विज्ञापन
This Article is From Apr 15, 2024

असिस्टेंट मैनेजर ने अपने ही बैंक से की 1.25 करोड़ रुपये की जालसाझी, जांच में हुआ खुलासा

राजस्थान के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर ने अपने पद का दुर्पयोग करते हुए बैंक से जालसाझी की. इसमें अपने रिश्तेदारों और परिचितों के डाक्यूमेंट का भी गलत इस्तेमाल किया. पुलिस की रिपोर्ट में इन बातों का खुलासा हुआ. 

असिस्टेंट मैनेजर ने अपने ही बैंक से की 1.25 करोड़ रुपये की जालसाझी, जांच में हुआ खुलासा
गिरफ्तार आरोपी की तस्वीर

Fraud by Bank Employee: राजस्थान में जालसाझी का एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां असिस्टेंट मैनेजर द्वारा 1.25 करोड़ रुपये की जालसाझी की गई. जोधपुर शहर की यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) के असिस्टेंट मैनेजर 2 साल से बैंक को चूना लगा रहा था. उसने फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए 5 लाख की लिमिट वाले 20 क्रेडिट कार्ड इश्यू करवाए और उन्हें खुद वेरिफाई किया. वह दोस्तों-रिश्तेदारों के शॉपिंग और अन्य बिल क्रेडिट कार्ड से जमा करवा कर उनसे कैश ले लेता था.

नवंबर में हुआ था सस्पेंड

गबन का मामला तब सामने आया, जब बैंक ने उन क्रेडिट कार्ड की जानकारी जुटाई, जिनके बिल ड्यू चल रहे थे. पिछले साल नवंबर में मामला सामने आते ही आरोपी को सस्पेंड कर शास्त्रीनगर थाना में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई. यह गबन यूनियन बैंक की दो शाखाओं बासनी और जालोरी गेट पर हुआ. इसी ब्रांच के मैनेजर ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था, जिसमें अब यह खुलासा हुआ है. 

यह है मामला 

मुख्य प्रबंधक यूनियन बैंक के सोजती गेट शाखा के चेतन प्रकाश कुमावत की तरफ से रिपोर्ट दी गई है. आरोप है कि उनकी बैंक में ही सहायक प्रबंधक के पद पर आकाश वर्मा लगा हुआ था. हाल में पता लगा कि बैंक में राशियां समय पर जमा नहीं हो पा रही है. तब स्कू्रटनी रिपोर्ट तैयार करवाई गई. जिसमें पता लगा कि सहायक प्रबंधक आकाश वर्मा द्वारा अपने रिश्तेदारों और परिचितों के नाम से फर्जी तरीके से क्रेडिट कार्ड जारी कर राशि उठाई गई है. इस पर परिवादी चेतनप्रकाश साइबर पार्क स्थित बैंक के उपमहाप्रबंधक संजीव आर सहाय से बात की और जांच का बाद इसका खुलासा हुआ.

पैसा शेयर बाजार में लगाया 

इस बारे में जब सहायक प्रबंधक आकाश वर्मा से अधिकारियों ने बात की तो पता लगा कि पैसा शेयर बाजार में लगाया था. इससे पहले भी वह शेयर बाजार में पैसा लगा चुका था और 60 लाख का नुकसान हो गया था, जिसकी भरपाई की जानी थी.

क्रेडिट कार्ड और लोन का देखता था काम 

रिपोर्ट के अनुसार साथ काम करने वाला आकाश वर्मा परिवादी मुख्य प्रबंधक चेतन प्रकाश के साथ क्रेडिट कार्ड और खुदरा लोन का काम देखता था. इस पर वह कब गबन करने लगा पता नहीं चला. जब स्क्रूटनी जांच हुई तो इसका खुलासा हो पाया. वह सहायक प्रबंधक अप्रैल 2023 से जोधपुर की सोजती गेट ब्रांच में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत था.

गबन के आरोप में गिरफ्तार 

यूनियन बैंक से निलंबित कर दिए जाने के बाद शास्त्रीनगर पुलिस ने धोखाधड़ी के प्रकरण की जांच आरंभ करते हुए अब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और अब जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ें- जयपुर में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त, इन शर्तों पर वापस हुआ निलंबन

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close