
Illegal mining in Banswara: चारों ओर खाई और बीच में स्कूल. यह निर्माण कार्य का कोई अजूबा नहीं, बल्कि धड़ल्ले से चल रहा अवैध खनन का नतीजा है. यह मामला है बांसवाड़ा जिले की माकोद ग्राम पंचायत में पानीवाला गढा गांव का, जहां माफिया ने सरकारी स्कूल की जमीन पर धड़ल्ले से खुदाई की. इस अवैध खनन के दौरान स्कूल के चारो ओर पहाड़ी खोद दी गई. NDTV ने मौके पर पहुंचकर हालात जाना तो स्थिति चौंकाने वाली थी. स्थिति इतनी नाजुक है कि अगर जल्द ही काम नहीं रोका गया तो किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है. इस सरकारी स्कूल में कुल 264 बच्चे अध्ययनरत और 13 अध्यापक कार्यरत हैं.
खनन विभाग की टीम ने मौका का किया मुआयना
दरअसल, पहले मैदान समतलीकरण की आड़ में खनन शुरू हुआ, जो अब तेजी से किया जा रहा है. जिला प्रशासन को शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. खनन विभाग की टीम ने मौके का मुआयना किया और सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया. स्कूल स्टाफ ने डंपरों से जान को खतरा भी बताया.

खनन विभाग की टीम ने मौके का मुआयना किया
सरकारी रिकॉर्ड में स्कूल के लिए आरक्षित है जमीन
खनन विभाग के अधिकारी धरमसिंह ने बताया कि कुछ अज्ञात लोग छुट्टियों और स्कूल बंद होने के बाद खनन करते हैं. हल्का पटवारी की रिपोर्ट में जमीन स्कूल के लिए आरक्षित पाई गई. उच्चाधिकारियों को सूचना देकर कार्रवाई की जाएगी.
यही नहीं, खनन माफिया का खौफ ऐसा है कि स्कूल स्टाफ ने बताया, "मैदान समतलीकरण की आड़ में खनन हो रहा है, जो अब तक पूरा नहीं हुआ. शिकायत करने पर उन्हें धमकी भी दी जाती है. कई बार डंपर उनके रास्ते में खड़े कर दिए जाते हैं, जिससे हादसे का डर रहता है."
रिपोर्टः निखिलेश सोनी
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