IAS Tina Dabi: राजस्थान के बाड़मेर जिले ने जल संरक्षण के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मंगलवार को बाड़मेर जिले को प्रथम जल संचय जन भागीदारी (जेएसजेबी) पुरस्कार मिला है. राष्ट्रपति ने बाड़मेर जिले की कलेक्टर टाना डाबी को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा विज्ञान भवन में आयोजित छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2025 समारोह में प्रथम जल संचय जन भागीदारी (जेएसजेबी) पुरस्कार” प्रदान किया है. पूरे देश में जल संचय जन भागीदारी का प्रथम पुरस्कार मिलना बाड़मेर के लिए बड़ी उपलब्धि है.
पुरस्कार में मिले 2 करोड़ रुपये
बाड़मेर को यह पुरस्कार कैच द रेन व्हेयर इट फॉल्स व्हेन इट फॉल्स अभियान के तहत वर्षा जल संग्रहण और जन भागीदारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए दिया गया. बाड़मेर जिले को प्रथम श्रेणी में चुना गया और 2 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया. बाड़मेर जैसे अत्यधिक जल-संकटग्रस्त रेगिस्तान क्षेत्र में यह सफलता इसलिए और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां वर्षा जल को सहेजने के लिए हजारों की संख्या में परम्परागत टांके, तालाब, बावड़ियां और छत जल संग्रहण संरचनाओं का बड़े पैमाने पर निर्माण और जीर्णोद्धार किया गया.
देशभर में घोषित किए गए कुल 100 पुरस्कार
इस अभियान से अब ग्रामीण परिवारों को 3-4 महीने तक मीठा वर्षा जल उपलब्ध हो रहा है, जो पहले व्यर्थ बह जाता था. जल शक्ति अभियान के तहत देश भर में इस वर्ष कुल 100 पुरस्कार घोषित किए गए थे, जिनमें 3 राज्य, 67 जिले, 6 नगर निगम एवं अन्य श्रेणियां शामिल हैं. इसके अलावा सीकर जिले में जेठवा के बास के बजरंग लाल जेठू को भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों जल संरक्षण के के क्षेत्र में उत्कृष्ठ काम के लिए सम्मान मिला है.
सीकर के बजरंग लाल जेठू को राष्ट्रीय जल पुरस्कार के लिए जल संरक्षण के लिए व्यक्तिगत श्रेणी में पश्चिम क्षेत्र से एक मात्र विजेता के रूप में उनका चयन किया गया है. बजरंग लाल जेठू को यह पुरस्कार जल संरक्षण के क्षेत्र में लगातार किये जा रहें कार्य और नवाचार के लिए दिया जा रहा है.