
Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा में विधायक कोष के फंड को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बीच जोरदार बहस हुई. टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने हारे हुए नेताओं से प्रस्ताव लेकर उन्हें फंड दिया, जबकि विपक्षी विधायकों से प्रस्ताव ही नहीं लिए गए. हालांकि सीएम भजनलाल शर्मा ने विपक्ष पर ही आरोप लगाया कि अगर आप प्रस्ताव ही नहीं भेजोगे तो पैसा कैसे मिलेगा.
CM भजनलाल शर्मा का जवाब 'प्रस्ताव भेजिए, पैसा लीजिए'
टीकाराम जूली के आरोप पर मुख्यमंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि कभी विधायक कोष में एक साल में 23 करोड़ रुपए मिले हैं क्या. 126 विधानसभाओं को 3 करोड़ रुपए दिए गए. 91 विधानसभाओं के प्रस्ताव आए तो फंड जारी हुआ. अगर आप प्रस्ताव ही नहीं भेजोगे, तो पैसा कैसे मिलेगा. हम घर पर प्रस्ताव लेने नहीं जाएंगे, आपको खुद भेजना होगा.”
नेता प्रतिपक्ष जूली ने आरोप लगाया कि सरकार ने विपक्ष के विधायकों को नजरअंदाज कर हारे हुए नेताओं को फंड जारी कर दिया.
सीएम ने दिया दिल्ली जाने पर जवाब
CM ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस का कल्चर बन गया है कि खुद की कमियां नहीं देखनी, दूसरों पर टिप्पणी करनी है. हम विपक्ष को आईना दिखा रहे हैं, कांग्रेस के नेता ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान तक को नहीं बख्शा. जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब अपनी कमियों का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ती थी, अब भी वही रवैया है. कांग्रेस के नेता ‘नाच न जाने आंगन टेढ़ा' की प्रवृत्ति पर काम कर रहे हैं. सीएम ने कहा, हम दिल्ली इसलिए जाते हैं क्योंकि केंद्र से कुछ लेकर आते हैं. कांग्रेस के नेता दिल्ली सिर्फ शिकायत करने जाते हैं.
CM ने कहा कि हरिमोहन जी अब तो मेज थपथपाइए, श्रवण जी और रतन जी आप जोर-जोर से मेज क्यों थपथपा रहे हैं? क्योंकि उनको पता है पैसा आ रहा है.
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