विज्ञापन
This Article is From Feb 11, 2024

भारतमाला हाईवे बना सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती, इस अंतर्राष्ट्रीय बार्डर पर पकड़े गए कई तस्कर

अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते भारतमाला हाईवे सुरक्षा एजेंसियों के लिए परेशानी बनी हुई है, यहां कई किलोमीटर तक पुलिस का कोई निगरानी तंत्र नहीं है, IG ने कहा - पुलिस के प्रयास जारी है.

भारतमाला हाईवे बना सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती, इस अंतर्राष्ट्रीय बार्डर पर पकड़े गए कई तस्कर
फाइल फोटो

Rajasthan News: केन्द्र सरकार के भारतमाला प्रोजेक्ट (Bharatmala Project) के तहत बने हाईवे और नहरी क्षेत्र सुरक्षा एजेंसियों के लिए अब परेशानी बनते नजर आ रहे है. देश की पश्चिमी सरहद पर सैन्य बलों की सुगम आवाजाही और सीमावर्ती क्षेत्र के बाशिंदों को मूलभूत सुविधा मुहैया करवाने के लिए इस प्रोजेक्ट को लाया गया था, अब इसका उपयोग कई आवांचित गतिविधियों में किए जाने का डर सताने लगा है. इतना ही नहीं कई संदिग्ध भी इस मार्ग पर पकड़े गए है. 

सरहदी जिले के सीमावर्ती गांवों में बेहतर सड़कों का जाल बिछने से आवागमन में तो सुविधा मिली ही है, लेकिन अपराधियों पर निगरानी रखना भी चुनौती के तौर पर सामने आया है. बेहतर सड़क मार्ग होने से करड़ा पोछीणा, बाड़मेर, गुजरात से कश्मीर पहुंचना, अब चंद घंटो का सफरभर है और इस मार्ग निगरानी तंत्र नही होने पर यह तस्करों के लिए सुगम मार्ग बन गया है. इस मार्ग पर उनके लिए यह काम मुश्किल नहीं है.

सड़क बना परेशानी

जैसलमेर-बाड़मेर जिले के सीमावर्ती इलाके से गुजर रहे इस हाईवे पर एक भी पुलिस थाना नहीं होने के चलते यह मार्ग परेशानी बन गया है. यहां पर संदिग्ध लोगों की आवाजाही होने के मामले सामने आ रहे है, इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियों के हाथ पांव फूल गए हैं. हकीकत यह है कि सरहदी व दूरस्थ गांवों तथा दूसरे जिले से जोड़ने वाले गांवों में पुलिस निगरानी बढ़ाने की जरूरत है. यहां नाके भी लगाए जाने चाहिए, साथ ही थाना बढ़ाने की दरकार है.

तस्करों के लिए रास्ता बना आसान 

बीकानेर के बज्जू थाना से जैसलमेर के नाचना पुलिस थाने तक करीब 100 किमी की दूरी तक पुलिस थाना तो दूर पुलिस चौकी तक नहीं है. नहरी क्षेत्र में भी विभिन्न जगहों पर चौकियां स्थापित किया जाना प्रस्तावित हैं, लेकिन पुलिस चौकी खोले जाने की ओर कोई कवायद देखने को नहीं मिली है. सरहदी जिले का नोख थाना अपने थाना क्षेत्र के एक तरफ जोधपुर जिले की सीमा के पास सबसे अंतिम छोर पर स्थित हैं. ऐसे में नहर के रास्ते पंजाब, हरियाणा सहित राजस्थान के सूरतगढ़ व आसपास के क्षेत्र से बाड़मेर के रास्ते गुजरात तक शराब तस्करी के लिए यह क्षेत्र तस्करों के लिए सबसे आसान रास्ता बना हुआ हैं.

बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद

देश की सुरक्षा के लिहाज से अहम माना जा रहा भारतमाला सड़क प्रोजेक्ट से जैसलमेर-बाड़मेर जिले से लगती भारत-पाक सीमा पर संदिग्ध गतिविधियां बढ़ गई है. पिछले कुछ वर्षों में यहां सीमा पार पाकिस्तान से नकली नोट सहित हेरोइन तस्करी के मामले सामने आए, जिस पर एसओजी, एटीएस व जैसलमेर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में हेरोइन को भी बरामद किया था.

निगरानी रखने का प्रयास जारी

जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने कहा कि 'भारत माला हम लोगों के ध्यान में है. विधानसभा चुनाव के दौरान हमने उस मार्ग पर विशेष निगरानी रखी. निकास और प्रवेश रास्तों पर अस्थाई नाकाबंदी भी लगाई, जिससे हमें कई बड़ी सफलताएं भी मिली थी. इस मार्ग से असामाजिक तत्वों की निगरानी रखने का प्रयास जारी है.'

ये भी पढे़ं- Government Jobs: राजस्थान में निकली सरकारी नौकरी, इस विभाग में 3552 पदों की भर्ती

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close