
एक जरा सी लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है. जरा सी लापरवाही से किसी की जान भी जा सकती है ऐसा ही कुछ देखने को मिला भरतपुर के राज बहादुर मैमोरियल अस्पताल में. जब इस अस्पताल के कर्मचारियों ने मरीज का ब्लड सैंपल भेजने की बजाय किसी और का ब्लड सैंपल के लिए भेज दिया. दरअसल अस्पताल में भर्ती मरीज को ब्लड चढ़ना था इसके लिए अस्पताल के स्टॉफ ने इस मरीज का ब्लड सैंपल तो ले लिया लेकिन लापरवाही की इंतिहा तो देखिए, अस्पताल के कर्मचारी ने ब्लड बैंक में सैंपल किसी और का भेज दिया. ब्लड बैंक के कर्मचारी ने जब इसकी जांच की तो ये जानलेवा लापरवाही पकड़ी गई.
ब्लड बैंक के कर्मचारी की वजह से बची जानब्लड बैंक के कर्मचारी की वजह से मरीज को गलत ब्लड चढ़ने से बच गया और मरीज की जान जाने से भी बच गई.
जो जानकारी मिली है उसके अनुसार मोरी चारबाग की रहने वाली फरीन की तबीयत खराब होने पर उसे आरबीएम अस्पताल में भर्ती हुई थी. डॉक्टरों ने फरीन को खून की कमी बताई. अगले दिन वार्ड प्रभारी और अन्य नर्सिंग कर्मियों की मौजूदगी मे अनाधिकृत व्यक्ति के द्वारा ब्लड का सैंपल ले लिया गया, मरीज का ब्लड सैंपल O ग्रुप अंकित किया गया.
सैंपल लेने के बाद उसकों अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक में भिजवा दिया गया. ब्लड बैक में जांच करने पर ब्लड ग्रुप B निकला. अगर ब्लड बैंक में दुबारा जांच नहीं होती तो मरीज को बी की जगह ओ ब्लड ग्रुप ही चढ़ा दिया जाता जिससे मरीज की जान ही चली जाती.
सीएमओ, जिज्ञासा साहनी को इसकी जानकारी हुई तो अस्पताल प्रशासन ने भी इस बड़ी लापरवाही के मामले में गंभीरता दिखाई और एजेंसी के माध्यम से लगे अधिकारी संजय अंजली और शैलेश की सेवाओं को समाप्त कर दिया. अस्पताल प्रशासन ने इसके साथ वार्ड इंचार्ज मामराज सिंह भाटी, नर्सिंग अधिकारी पुष्पेंद्र प्रताप के खिलाफ 17 सीसी का नोटिस दे दिया इसके साथ जिला कलेक्टर को कार्रवाई के लिए पत्र भी लिख दिया.