Seervi Community Protest Pali: राजस्थान के पाली जिले में गुरुवार को सीरवी समाज ने कलेक्ट्रेट पर बड़ा प्रदर्शन किया. कलेक्ट्रेट पर भारी संख्या में पहुंचे लोगों ने जमकर नारेबाजी करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्कामुक्की भी हुई. जिसमें दो महिलाओं की तबीयत भी बिगड़ गई. दरअसल सीरवी समाज के एक परिवार पर जानलेवा हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर गुरुवार को सीरवी समाज के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया.
पाली में सीरवी समाज का उग्र प्रदर्शन
सीरवी समाज के लोग रैली के रूप में एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहाँ पुलिस ने उनको रोकने का प्रयास किया, सीरवी समाज के लोगों का कहना है कि घटना के 45 दिनों के बाद भी पुलिस अभी तक नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है, भीड़ को नियंत्रण करने के दौरान प्रदर्शन में पुलिस और सीरवी समाज के लोग आमने-सामने हो गए.
मिर्च स्प्रे से दो महिलाओं की तबीयत बिगड़ी
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट का गेट खोला और जबरन अंदर घुस गए. इस दौरान पुलिसकर्मियों और लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. वहीं कलेक्ट्रेट कार्यालय में तैनात पुलिस के जवानों ने मुख्य द्वार के अंदर ताला लगा दिया, प्रदर्शन के दौरान मौजूद महिलाओं ने कलेक्ट्रेट के चैम्बर में जबरन घुसने का प्रयास किया तो पुलिस ने मिर्च स्प्रे से महिलाओं को रोकना का प्रयास किया जिससे दो महिलाओ की तबीयत खराब हो गई जिन्हें एम्बुलेंस से बांगड अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
45 दिन पहले शिकायत फिर भी नहीं हुई आरोपियों की गिरफ्तारी
घटना को लेकर सीरवी समाज के लोगों का कहना है कि मामला दर्ज कराने के 45 दिन बाद भी पुलिस अभी तक नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है, कुछ दिन पहले भी ज्ञापन देकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ. इसलिए उनको आक्रोश रैली निकालनी पड़ी.
सांसद, विधायक सहित अन्य ने धरना कराया खत्म
रैली में बड़ी संख्या में सीरवी समाज के महिला-पुरुष शामिल रहे. विरोध प्रदर्शन में सीरवी समाज के प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसद पीपी चौधरी, मारवाड़ जंक्शन विधायक केसाराम चौधरी, सुरेश चौधरी, भूराराम सीरवी और भंवर चौधरी समेत समाज के अन्य लोगों ने कलेक्टर एलएन मंत्री और एसपी चूनाराम जाट से मुलाकात की व आस्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त किया.
जानिए क्या है प्रदर्शन की वजह
दरअसल, देसूरी थाना इलाके के ढोलाप गांव निवासी श्रवण और हेमाराम सीरवी का पदमपुरा गांव निवासी पुष्पेंद्र सिंह और जयपाल सिंह के साथ प्लॉट को लेकर विवाद चल रहा है. दोनों पक्ष प्लॉट को अपना बताते हैं. 16 जुलाई 2024 को श्रवण और हेमाराम सीरवी अपने प्लॉट पर मकान निर्माण का काम कर रहे थे.
इस दौरान पुष्पेद्र सिंह, जयपाल सिंह और उनके साथियों ने श्रवण और हेमाराम सीरवी के साथ ही परिवार की महिलाओं पर लाठी-सरियों से जानलेवा हमला किया था. गंभीर चोटें आने पर उनको इलाज के लिए पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. हेमाराम चौधरी को गंभीर हालत में जोधपुर रेफर किया गया था. मामले में शिकायत के बाद आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
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