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रेगिस्तान में भारी बारिश के बाद बीसलपुर बांध में आया एक साल का पानी, जलस्तर हुआ 313.38 मीटर

अधिशासी अभियन्ता मनीष बंसल ने बताया कि वर्तमान में बीसलपुर बांध का जलस्तर 313.38 आरएल मीटर है. इस मानसून के दौरान बांध पर 853 मिमी बरसात हुई है.

रेगिस्तान में भारी बारिश के बाद बीसलपुर बांध में आया एक साल का पानी, जलस्तर हुआ 313.38 मीटर
रेगिस्तान में भारी बारिश के बाद बीसलपुर बांध में आया एक साल का पानी

राजस्थान के कई जिलों में इस बार मौसम मेहरबान है. भारी बारिश के कारण सड़कें, नदियां और बांध लबालब हो गए. कई नदियों में सालों बाद पानी आया. हालांकि, जयपुर, अजमेर और टोंक की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध में उम्मीदों के मुताबिक, पानी न आना चिंता की बात है. राजस्थान में इस बार भारी बारिश के बावजूद बीसलपुर बांध अभी तक पूरा नहीं भर पाया है. टोंक में इस साल अब तक 935 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जिससे जिले के 34 में से 32 बांध भर चुके हैं. वहीं सिचाई विभाग के 30 में से 29 बांध पूरे भर कर ओवरफ्लो हुए. दूसरी ओर बीसलपुर बांध अपनी पूर्ण भराव क्षमता 315.50 मीटर के मुकाबले अब तक 313.38 आरएल मीटर ही भरा है. 

बांध तक न के बराबर आया त्रिवेणी का पानी

बता दें कि बीसलपुर बांध में पानी की मुख्यतया आवक मेवाड़ क्षेत्र के उदयपुर संभाग के भीलवाड़ा, राजसमंद, शाहपुरा और चित्तौड़गढ़ क्षेत्र से बहकर बनास नदी त्रिवेणी बीगोद क्षेत्र से होती है. इन चार जिलों में उम्मीद के मुताबिक बारिश न होने से त्रिवेणी पर पानी का गेज 3 मीटर को पार नहीं कर पाया है, जिससे वर्तमान में बांध तक त्रिवेणी का पानी न के बराबर ही आया है. बीसलपुर बांध के निर्माणकाल से लेकर अब तक बांध से 6 बार गेट खोलकर पानी की निकासी की गई है. 

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बांध बनने के बाद पहली बार 2004 में बीसलपुर बांध लबालब भरा था और इसके गेट खोलकर पानी की निकासी की गई. उसके बाद दूसरी बार 2006 में बांध से 43 टीएमसी पानी की निकासी की गई. 2014 में तीसरी बार बांध से 11 टीएमसी पानी की निकासी हुई. वहीं, 2016 में चौथी बार गेट खोलकर 93 टीएमसी पानी की निकासी की गई. बीसलपुर बांध के 21 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा 135 टीएमसी की निकासी 2019 में की गई और अब तक 2019 मे ही एक साथ बांध के सभी 18 गेटों को खोलकर पानी की निकासी की गई थी. इसके बाद 2022 में बांध से छठी बार गेट खोलकर पानी की निकासी की गई थी. जिसमें राजस्थान में 2020 में लगे पहले स्काडा सिस्टम (कंप्यूटराइज्ड तरीके से) का प्रयोग किया गया था. 

बांध में पेयजल आपूर्ति के लिए पर्याप्त पानी

इस बांध का कैचमेंट एरिया छह जिलों में हैं, जिसमें भीलवाड़ा का 51 प्रतिशत, चित्तौड़गढ़ का 17, उदयपुर का 6, अजमेर का 15, टोंक का 2 और प्रतापगढ़ का 1 प्रतिशत क्षेत्र है. वहीं, चित्तौड़गढ़ में गम्भीरी डैम से पानी की निकासी के बाद उसका पानी भी बीसलपुर बांध में बहकर आता है. गम्भीरी डैम में पानी की आवक मध्यप्रदेश से होती है. बीसलपुर बांध के अधिशासी अभियन्ता मनीष बंसल ने बताया कि वर्तमान में बीसलपुर बांध का जलस्तर 313.38 आरएल मीटर है.

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इस मानसून के दौरान बांध पर 853 मिमी बरसात हुई है. आसपास की बरसात के बाद बांध में इस मानसून सत्र में 3 मीटर से ज्यादा पानी की आवक हुई है, लेकिन त्रिवेणी पर गेज कम होने से बांध में पानी कम आया है. बांध में पेयजल आपूर्ति के लिए पर्याप्त पानी मौजूद है. हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जलग्रहण जिलों में अच्छी बरसात होगी और बांध सातवी बार छलकेगा.

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