
Rajasthan Politics: राजस्थान के यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा का विरोध उनके ही पाटी के बीजेपी नेता और कार्यकर्ता कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि राजस्थान झुंझुनूं के चिड़ावा में नगरपालिका ईओ को लेकर बीजेपी के बड़े नेता और कार्यकर्ताओं ने झाबर सिंह खर्रा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नेता और कार्यकर्ता शनिवार को सड़कों पर उतर गए. वहीं नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सीएम भजनलाल शर्मा से मिलकर शिकायत करने की बात कही है.
बुलडोजर धमकी और रिश्वत मांगने का आरोप
दरअसल मामला एक निजी अस्पताल को फायर NOC नहीं दिए जाने से जुड़ा हुआ है. अस्पताल संचालक डॉ. देवेंद्र चाहर और डॉ. शिवा चाहर ने आरोप लगाया कि उन्हें फायर एनओसी नहीं दी जा रही है. इसके अलावा उनके द्वारा पूर्व में निर्माण स्वीकृति के साथ बनाए गए एक भवन पर बुलडोजर चलाने की धमकी दी जा रही है. साथ ही उन्होंने ईओ रोहित मील तथा नगरपालिका में कार्यरत वरिष्ठ सहायक संजय कुमार पर 35 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि रिश्वत मांगने के उनके पास पर्याप्त सबूत है. जो समय आने पर जांच एजेंसियों को सुपुर्द किए जाएंगे.
राजेश दाहिया ने झाबर सिंह खर्रा को घेरा
इस मामले को लेकर विधानसभा चुनावों में भाजपा के प्रत्याशी रहे और भाजपा के जिला महामंत्री राजेश दहिया ने अपने ही सरकार के यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा को घेरा है. उन्होंने कहा है कि जब चिड़ावा नगरपालिका में रोहित मील को ईओ लगाया गया था. तब भी मंत्री खर्रा ने अपनी इच्छा से लगाया था. इसके बाद जब भाजपा कार्यकर्ताओं और चिड़ावा कस्बे के लोगों से शिकायत मिली कि ईओ रोहित मील जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए काम नहीं कर रहे है. बल्कि जनभावनाओं के विपरित काम कर रहे है. जिससे भजनलाल सरकार की छवि भी खराब हो रही है. उसके बाद भी मंत्री ने अपने प्रेम के चलते ईओ नहीं हटाया. इसकी शिकाय अब तक जिला संगठन प्रभारी विधायक गोरधन वर्मा तथा जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत से की जा चुकी है. अब जल्द ही मुख्यमंत्री को अवगत करवाया जाएगा.
पैन डाउन हड़ताल की चेतावनी
उन्होंने साफ शब्दों में मंत्री से कहा कि अब जिस तरह से जनता सड़कों पर आई है. मंत्री जी को अपना प्रेम छोड़कर ईओ को यहां हटा देना चाहिए. आज हुए प्रदर्शन के बाद ईओ रोहित मील की प्रतिक्रिया आई है. जिन्होंने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा है कि जीरो सेटबेक से बनाई गई एक बिल्डिंग पर कार्रवाई से बचने के लिए झूठे आरोप लगाए जा रहे है. नगरपालिका हर हाल में नियमानुसार कार्रवाई करेगी. इन सबके बीच अब निजी चिकित्सक और अस्पतालों के संगठन उपचार के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कमलचंद सैनी भी चिड़ावा पहुंचे. जिन्होंने चेताया है कि यदि पांच दिन में ईओ और वरिष्ठ सहायक पर कार्रवाई नहीं होती है. तो पहले पूरे जिले में, बाद में पूरे प्रदेश में पैन डाउन हड़ताल की जाएगी.
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