
Bundi News: राजस्थान के बूंदी जिले के प्रादेशिक वन क्षेत्र के मायजा गांव में भालू की चहलकदमी से लोगों में दहशत फैल गई. भालू को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. यह देख नीम के पेड़ पर बैठा भालू डर गया और पेड़ में ही छिपा रहा.
सूचना मिलते ही वनकर्मी मौके पर पंहुचे
हालात को देखते हुए वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने भालू को बेहोश कर रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में सुरक्षित छोड़ दिया.भारी भीड़ की सूचना मिलने पर रायथल थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची. जहां पुलिस ने भीड़ को एक तरफ कर सुरक्षित रेस्क्यू करवाया.
पानी पीकर बुझाई प्यास
जंगल में भालू को छोड़ने के बाद वह पानी की तलाश में फिर से मायाजा गांव के जखना नदी के पास किनारे पहुंच गया, जहां उसने पानी पीकर अपनी प्यास बुझाई, जिसका वीडियो ग्रामीणों ने बना लिया.
भोजन की तलाश शहर में आने को कर रही है मजबूर
जिले में पिछले तीन दिनों से आबादी वाले क्षेत्रों में भालुओं की गतिविधियां देखी जा रही हैं. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व बनने से जिले में अन्य वन्यजीवों के साथ भालुओं की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है, जो अच्छी बात है, लेकिन जंगल में उनकी बढ़ती संख्या और खाद्य सामग्री की कमी उन्हें बस्तियों के करीब आने को मजबूर कर रही है.
पानी की तलाश में आया भालू
वन विभाग के अनुसार इन दिनों प्रदेश में गर्मियां शुरू हो गई हैं. ऐसे में जंगली जानवर पानी पीने के लिए नदी और तालाब किनारे पहुंच रहे हैं. जिस स्थान पर भालू का मूवमेंट देखा जा रहा है, वहां एक तालाब है, जिसके चलते भालू रोजाना सुबह-शाम पानी पीने के लिए आते हैं और खेतों के रास्ते वापस जंगल में चले जाते हैं.
भालू के मूवमेंट से ग्रामीणों में दहशत
वही इस पूरी घटना में भालू ने अब तक किसी पर हमला नहीं किया है. भालू के मूवमेंट को लेकर ग्रामीणों में दहशत है. भालू का मूवमेंट मानपुर की घाटी के पास है. वन विभाग की टीम से मिलकर ग्रामीणों ने भालू को ट्रैंकुलाइज कर दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग की है.
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