
Rajasthan News: राजस्थान के चूरू जिले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. जहां दो साल तीन महीने से लापता नाबालिग लड़की को पुलिस ने गुजरात से सकुशल बरामद कर लिया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन की हर तरफ तारीफ हो रही है. पुलिस की मेहनत और लगन ने एक परिवार को फिर से खुशी लौटा दी.
जानें कैसे शुरू हुई तलाश
बात 2023 की है जब राजगढ़ थाना क्षेत्र से एक नाबालिग लड़की का अपहरण हो गया. परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. मामला राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर तक पहुंचा. वहां हैबियस कॉर्पस याचिका (सं. 170/2025) दायर हुई. मामले की गंभीरता को देखते हुए चूरू एसपी जय यादव ने खुद कमान संभाली. उन्होंने मानव तस्करी विरोधी यूनिट (AHTU) की प्रभारी उप-निरीक्षक अल्का बिश्नोई को जांच सौंपी.
तीन महीने की कड़ी मेहनत
अल्का बिश्नोई की अगुवाई में पुलिस टीम ने दिन-रात मेहनत की. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. कृष्णा सामरिया के मार्गदर्शन में टीम ने चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर, दिल्ली, हरियाणा और गुजरात तक तलाशी अभियान चलाया. सोशल मीडिया और आधुनिक तकनीकों का सहारा लिया गया. संदिग्ध बैंक खातों और गैस कनेक्शनों की जांच के लिए घर-घर सर्वे किया. आखिरकार 30 जुलाई 2025 को पुलिस ने गुजरात में लड़की को ढूंढ निकाला.
इनाम की भी थी घोषणा
लड़की को ढूंढने में मदद के लिए पुलिस ने 2000 रुपये के इनाम की घोषणा की थी. इस ऑपरेशन में उप-निरीक्षक अल्का बिश्नोई, कांस्टेबल सिलोचना, रंजना, अशोक कुमार और साइबर सेल के हेड कांस्टेबल धर्मवीर की भूमिका अहम रही.
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