Rahul Gandhi Sitting Row in Red Fort Program: 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले में आयोजित मुख्य समारोह में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पीछे बैठाने के मामले पर कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस ने दावा किया कि लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को पीछे बैठाना प्रधानमंत्री की कुंठा को दिखाता है और यह दर्शाता है कि सरकार को लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की कोई परवाह नहीं है.
राहुल गांधी को अंतिम पंक्ति में भेज दियाः केसी वेणुगोपाल
वेणुगोपाल ने एक्स पर पोस्ट किया, 'मोदी जी, अब समय आ गया है कि आप 4 जून के बाद नयी वास्तविकता को स्वीकार करें. जिस अहंकार के साथ आपने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान लोकसभा नेता राहुल गांधी जी को अंतिम पंक्ति में भेज दिया, उससे पता चलता है कि आपने सबक नहीं सीखा है. '
अमित शाह, निर्मला सीतारमण को कैसे आगे मिली जगह
कांग्रेस नेता ने दावा किया, 'रक्षा मंत्रालय की यह कमजोर दलील है कि यह 'ओलंपियनों (ओलंपिक प्रतिभागियों) के सम्मान के लिए था. इसका कोई ज्यादा मतलब नहीं है. ओलंपियन हर तरह से सम्मान के पात्र हैं, लेकिन मुझे आश्चर्य है कि अमित शाह या निर्मला सीतारमण जी जैसे कैबिनेट मंत्रियों को उनसे आगे की पंक्ति में सीटें कैसे मिल जाती हैं.'
सरकार ने कहा- ओलंपिक पदकवीरों को आगे बिठाने के लिए ऐसा हुआ
मालूम हो कि इस मामले में सरकार ने बताया कि बैठने की सभी व्यवस्थाएं वरीयता तालिका के अनुसार की गईं थीं और इस वर्ष यह निर्णय लिया गया कि पेरिस ओलंपिक के पदक विजेताओं को स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में सम्मानित किया जाएगा.
यह भारत के लोगों का अपमानः कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि प्रोटोकॉल के अनुसार, दोनों सदनों के एलओपी को भी आगे की पंक्ति में बैठना चाहिए, ‘‘लेकिन राहुल जी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की सीटें 5वीं पंक्ति में थीं. यह सिर्फ नेता प्रतिपक्ष या राहुल जी के पद का अपमान नहीं था; यह भारत के लोगों का अपमान था, जिनकी आवाज़ राहुल जी संसद में उठाते हैं.
छोटे मन के लोगों से बड़ी उम्मीदें करना बेमानीः सुप्रिया श्रीनेत
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक बयान में दावा किया, ‘‘छोटे मन के लोगों से बड़ी चीजों की उम्मीद करना बेमानी है. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को स्वतंत्रता दिवस के समारोह में पांचवीं लाइन में बिठा कर नरेन्द्र मोदी ने अपनी कुंठा जरूर दिखाई, लेकिन इससे राहुल गांधी को कोई फर्क नहीं पड़ता है. नेता प्रतिपक्ष का दर्जा कैबिनेट मंत्री का होता है, सरकार के मंत्री पहली पंक्ति में बैठे थे तो इन क्षुद्र मानसिकता वालों को लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की भी कोई परवाह नहीं है.''
दिल्ली के लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में नेता प्रतिपक्ष लोकसभा @RahulGandhi जी को 5वीं पंक्ति में स्थान दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
— Sachin Pilot (@SachinPilot) August 15, 2024
नेता प्रतिपक्ष का दर्जा कैबिनेट मंत्री का होता है लेकिन सरकार का इस तरह पक्षपातपूर्ण व्यवहार संकुचित व संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है।… https://t.co/5H4kGg6kej
सचिन पायलट ने भी सरकार पर बोला हमला
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने इस मामले में सरकार को आड़े हाथों लिया है. सचिन पायलट ने राहुल गांधी को लाल किले के प्रोग्राम में 5वीं पंक्ति में बिठाने के मामले पर सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा- दिल्ली के लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में नेता प्रतिपक्ष लोकसभा राहुल गांधी जी को 5वीं पंक्ति में स्थान दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. नेता प्रतिपक्ष का दर्जा कैबिनेट मंत्री का होता है लेकिन सरकार का इस तरह पक्षपातपूर्ण व्यवहार संकुचित व संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है.
आजादी के बाद से स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस पर नेता प्रतिपक्ष के बैठने के स्थान को लेकर कभी विवाद नहीं हुआ क्योंकि हमेशा नेता प्रतिपक्ष को ससम्मान अग्रिम पंक्ति में स्थान दिया जाता था। आज लाल किले में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान नेता प्रतिपक्ष श्री @RahulGandhi को परंपरा…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 15, 2024
गहलोत बोले- यह छोटी सोच का प्रदर्शन
वहीं इस मामले में अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा- आजादी के बाद से स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस पर नेता प्रतिपक्ष के बैठने के स्थान को लेकर कभी विवाद नहीं हुआ क्योंकि हमेशा नेता प्रतिपक्ष को ससम्मान अग्रिम पंक्ति में स्थान दिया जाता था. आज लाल किले में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को परंपरा अनुसार अग्रिम पंक्ति में ना बिठाकर पांचवीं पंक्ति में बिठाकर केन्द्र सरकार ने छोटी सोच का प्रदर्शन किया है. पूरा देश यह देख रहा है कि किस प्रकार लोकतांत्रिक परंपराओं की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
यह भी पढ़ें - नेताओं, अधिकारियों के लिए पंडाल, बच्चों को खुले में बिठाया... जश्न-ए-आजादी में भींगने से बच्ची की तबीयत बिगड़ी