राजस्थान के भीलवाड़ा में विश्व की सबसे बड़ी रोटी बनाने का दावा किया गया है. 151 किलो आटे से तैयार की गई रोटी को स्टील के बेलन से तैयार किया गया है. यह अनूठा आयोजन भाजपा जिला प्रवक्ता और राजस्थानी जनमंच अध्यक्ष कैलाश सोनी द्वारा अपने जन्मदिन के अवसर पर किया गया.
22 लोगों ने मिलकर गूंथा आटा
इसके लिए दो दिनों से तैयारियां चल रही थीं और तीन राज्यों (राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र ) के हलवाई इसे बनाने के लिए आए थे. शहर के हरिसेवा धाम में महामंडलेश्वर संत हंसराम के सानिध्य में बनाई गई इस रोटी को आश्रम के पीछे बने मैदान में 22 लोगों ने मिलकर आटा गूंथा. दोपहर 1 बजे रोटी को सेंकने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी.
आटे के साथ इसमें मैदा और घी भी मिलाया गया, गूंथे आटे को सीधे तवे पर ही 20 फीट के बेलननुमा पाइप से बेला गया. इसके बाद संतों के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ चूल्हे पर रोटी को सेंकने की प्रक्रिया शुरू की गई. रोटी बनने के बाद इसे पचकुठे की सब्ज़ी के साथ भोग लगा आमजन को वितरित किया गया.
कैसे तैयार हुई रोटी
बताया जाता है कि 12 हलवाई की टीम ने दो हजार ईटों पर मिट्टी का लेप लगाकर 1 हजार किलो कोयला से इस विशालकाय रोटी को तीन घंटे की सिंकाई के बाद तैयार किया. रोटी को विशालकाय स्टील के लगभग 20 फीट लंबे बेलननुमा रॉड से बेला गया.
वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए लाइव रिकॉर्डिंग
रोटी को तैयार करने के बाद आयोजकों द्वारा इस कार्यक्रम की लाइव रिकॉर्डिंग भी की गई. इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाने के लिए लिम्का बुक, इंटरनेशनल बुक रिकॉर्ड में आवेदन किया गया है. बनी हुई रोटी ओर पंचकुटा की सब्जी को प्रसाद के रूप में आने वाले श्रद्धालुओं व दर्शकों में वितरित किया गया.
पुराने विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने की कवायद
यह पूरी कवायद पुराने विश्व रिकार्ड को तोड़ने और नया विश्व रिकॉर्ड कायम करने के लिए अंजाम दिया गया. इसके तहत 151 किलो से अधिक की रोटी, जिसका व्यास 11x11 फीट और मोटाई लगभग 70 मिलीमीटर रखी गई इसको बनाने के लिए एक विशेष प्रकार का विशालकाय तवा तैयार किया गया था, जिसकी लंबाई और चौड़ाई 16 फीट x 12 फीट व वजन एक हजार किलो का था. रोटी को तैयार करने के लिए राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र से विशेष कारीगरों को बुलाया गया था.
रोटी देखने के लिए जुटी लोगों की भीड़
शहरवासियों में इस विशालकाय रोटी को देखने के लिए खासा उत्साह नज़र आया. बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ रोटी को तवे पर सिकते देखने के लिए मौजूद रहे. भाजपा नेता ने कहा वर्तमान में जन्मदिन पर केक काटने की पाश्चात्य सभ्यता है. उन्होंने कहा कि विशाल रोटी पचकुठे को तैयार करने का उद्देश्य लोगों को सनातन संस्कृति से जोड़ना है. उन्होंने बताया कि वर्ल्ड रिकॉर्ड, गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड और लिम्का बुक रिकॉर्ड के लिए आवेदन किया है.
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