Ummedaram Beniwal: जैसलमेर-बाड़मेर संसदीय सीट पर सत्तासीन बीजेपी औ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपने पाले को मजबूत करने में जुटी हुई है. RLP से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हुए उम्मेदाराम बेनीवाल का टिकट तया है, जबकि बीजेपी सीटिंग एमपी कैलाश चौधरी पर दोबारा प्रत्याशी बनाया है, जबकि RLP के नेता हनुमान बेनीवाल अपने पत्ते नहीं खोले हैं. अगर हनुमान बेनीवाल ने बाड़मेर-जैसलमेर सीट से प्रत्याशी उतारते हैं तो मुकाबाल त्रिकोणीय हो जाएगा, जिसका सीधा फायदा उम्मेदाराम बेनीवाल को मिलेगा.
अगर भाजपा के बागी रविंद्र भाटी यहां चुनाव लड़े व जाट समाज का बड़ा धड़ा उम्मेदाराम के समर्थन में गया तो इस त्रिकोणीय मुकाबले में उम्मेदाराम बाजी मार सकते है. हालांकि मोदी के नाम पर चुनाव लड़ रही भाजपा उम्मीदवार कैलाश चौधारी को हराना इतना आसान नहीं है, लेकिन हनुमान बेनीवाल की चुप्पी कांग्रेस के लिए असमंजस पैदा कर रही है, क्योंकि हनुमान बेनीवाल ने बाड़मेर-जैसलमेर सीट से जाट प्रत्याशी उतार दिया तो उम्मेदारा बेनीवाल मुश्किल में पड़ जाएंगे.
निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी को मिल रहा समर्थन
बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर भाजपा से बागी होकर शिव से निर्दलीय विधायक बने रविंद्र सिंह भाटी अगर चुनावो मैदान में आते है तो इसका सीधा नुकसान भाजपा प्रत्याशी को होगा. हालांकि रविंद्र के शक्ति प्रदर्शन को पिछले कुछ वक्त तक केवल भाजपा में एंट्री के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स माना जा रहा था, लेकिन उनकी देव दर्शन यात्रा मे मिले समर्थन के बाद उनकी तेज होती तैयारियों ने इसे भाजपा के लिए डेमेज माना जा रहा है.
सीएम भजनलाल शर्मा ने थामी कमान
रवींद्र भाटी को बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र में देव दर्शन दौरान मिले जन समर्थन को देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मोर्चा संभाला है. रविंद्र की भाजपा में रिज्वानिंग के लिए सोमवार को जयपुर में रविंद्र से सीएम की मुलाक़ात भी हुई, जिसके बाद सीएम अपने जोधपुर व उदयपुर दौरे पर रविंद्र को साथ ले गए. रविंद्र बाड़मेर-जैसलमेर से चुनाव में उतरेंगे या नहीं, यह समय बताएगा.
उम्मेदाराम को जाट समाज के बड़े धड़े का समर्थन
इस सीट पर कांग्रेस ने भी एक बड़ा दाव खेलते हुए हनुमाना बेनीवाल की पार्टी RLP के कद्दावऱ नेता उम्मेदाराम बेनीवाल को कांग्रेस में शामिल करवाया था. माना जा रहा है कि बाड़मेर-जैसलमेर सीट से कांग्रेस उम्मेदाराम बेनीवाल को टिकट सकती है. यह इसलिए, क्योंकि जाट समाज के एक बड़े धड़े के समर्थन मिल चुका है. कांग्रेस आज या कल तक अपनी तीसरी लिस्ट जारी कर सकती है. खबर यह भी है कि कांग्रेस से टिकट मांग रहे नेताओं को उम्मेदाराम के नाम पर साथ लेकर चलना भी आसान नही है.
हनुमान की पार्टी RLP के कद्दावऱ नेता थे उम्मेदाराम बेनीवाल
उम्मेदराम बेनीवाल को अपने साथ जोड़कर बड़ा दांव खेल दिया है, लेकिन हर कोई इंतजार कर रहा है हनुमान बेनीवाल क्या खेल करते है, क्योकि वो चुप रहने वाले नेता नहीं है. उनकी पार्टी किसी को मैदान में उतारेगी या नही.....यह सवाल कांग्रेस को सता रहा है. वही अंदर खाने से खबर यह भी है कि हनुमान का अंदरूनी समर्थन उम्मेदराम के साथ है, इसी कारण RLP ने अब तक प्रत्याशी की घोषणा नही की है. लेकिन अगर RLP किसी ऐसे जाट नेता को मैदान में उतारे जो अन्य जातियों के मत भी बटोर सके तो फिर उम्मेदाराम को भी नुकसान हो सकता है.
इन सवालों के जवाब तय करेंगे चुनावी रण की दास्तान-
- क्या हनुमान बेनीवाल कांग्रेस में सेंधमारी करेंगे या उम्मेदाराम को अंदरूनी समर्थन करेंगे?
- क्या रविंद्र भाजपा में शामिल होंगे या नही?
- क्या भाजपा व कांग्रेस में सीधी फाइट होगी या नही?
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