
Rajasthan News: राजस्थान में दौसा जिले के महवा इलाके के पावटा गांव में शनिवार को ऐतिहासिक 'डोलची होली' का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया गया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेडम थे. मंत्री जवाहर सिंह बेडम इस आयोजन में विशेष रूप से शामिल हुए और स्थानीय लोगों के साथ होली का आनंद लिया.
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह परंपरा हमारी संस्कृति और धरोहर को सहेजने का काम करती है. उन्होंने सभी को होली की शुभकामनाएं दीं और शहीद बल्लू सिंह को नमन किया.
कार्यक्रम में हजारों लोगों के लिए हुई व्यवस्था
डोलची होली की यह अनूठी परंपरा शहीद बल्लू सिंह की याद में मनाई जाती है. जिसे लेकर देवर-भाभी के बीच रंगों और पानी से सराबोर होली खेली गई. ग्राम पंचायत स्तर पर इसके पुख्ता इंतजाम किए गए. गांव के हदीरा मैदान में दूर दराज से आने वाले हजारों लोगों के लिए बैठने और देखने की व्यवस्था की गई. पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. जिससे आयोजन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. इस दौरान अनेक वरिष्ठ लोग मौजूद थे.
दूर-दूर लोग आते हैं डोलची होली देखने
डोलची होली को देखने के लिए दूर-दूर से लोगों का हुजूम उमड़ा और पूरे गांव में उत्सव जैसा माहौल बना रहा. डोलची होली की यह परंपरा पावटा गांव की खास पहचान है. जहां पानी से भरी डोलचियों के जरिए देवर-भाभी एक-दूसरे पर पानी डालते हैं और उत्सव का आनंद लेते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि यह परंपरा भाईचारे और सौहार्द्र का प्रतीक है. रात्रि को डोलची होली के मैदान में नौटंकी का भी आयोजन किया गया.
शहीद बल्लू सिंह की स्मृति में होती है डोलची होली
उल्लेखनीय है कि शहीद बल्लू सिंह जिले के पावटा गांव के एक वीर योद्धा थे. उनकी स्मृति में पावटा में होली के बाद दूज को 'डोलची होली' का आयोजन किया जाता है. जिसमें लोग एक-दूसरे की पीठ पर डोलची से पानी की बौछार मारकर शहीद बल्लू सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. महवा के पावटा गांव में आयोजित डोलची होली कार्यक्रम में मीडिया से मुखातिब होते हुए गृह राज्य मंत्री बेढम ने पुलिसकर्मियों के हितों पर बल दिया.
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