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दौसा: मेहंदीपुर बालाजी धाम पर समाधि के दर्शन हुए शुरू, 3 साल का इंतजार हुआ खत्म; जल्द शुरू होगा अखंड यज्ञ

राजस्थान के दौसा जिले में स्थित प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी में अब समाधि स्थल पर पूजा-अर्चना शुरू हो गई है. 2022 से निर्माण कार्य के कारण समाधि स्थल बंद था, लेकिन अब इसे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. यहां जल्द ही अखंड यज्ञ की भी शुरुआत होगी.

दौसा: मेहंदीपुर बालाजी धाम पर समाधि के दर्शन हुए शुरू, 3 साल का इंतजार हुआ खत्म; जल्द शुरू होगा अखंड यज्ञ
मंदिर का समाधि स्थल.

Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले में बने प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी में श्रद्धालुओं का 3 साल का इंतजार खत्म हो गया है. अब आम लोगों के लिए समाधि के दर्शन शुरू हो गए हैं. बालाजी मंदिर ट्रस्ट के पीठाधीश्वर महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज ने समाधि स्थल का फीता काटकर आमजन के लिए प्रवेश शुरू कर दिया.

वर्ष 2022 से निर्माण कार्य चलने के कारण समाधि स्थल को श्रद्धालुओं और आमजन के लिए बंद कर दिया गया था. ऐसे में पिछले तीन साल से समाधि स्थल आमजन और श्रद्धालुओं के लिए बंद था. 

समाधि के दर्शन हुए शुरू

समाधि स्थल शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं सहित आमजन ने समाधि स्थल पहुंचकर गणेश पूरी महाराज और किशोरपुरी महाराज की समाधि स्थल के दर्शन कर परिक्रमा लगाई. साथ ही समाधि स्थल में बने भव्य गार्डन की खूबसूरती को निहारा है. सिद्धपीठ आस्थाधाम के पीठाधीश्वर महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज रविवार सुबह 11 बजे ढोल नांगड़ो के साथ समाधि स्थल पर पहुंचे. जहां ट्रस्ट पदाधिकारियों ने और स्थानीय लोगों ने महंत महाराज का माला पहनाकर स्वागत किया. 

'चांदी से बनी रुद्राक्ष की माला धारण करवाई'

इस दौरान महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज ने समाधि स्थल का फीता काटा. इसके बाद महंत डॉक्टर नरेशपुरी सबसे पहले अपने गुरु महंत गणेशपुरी महाराज की समाधि पर पहुंचे. डा. नरेशपुरी महाराज ने गणेशपुरी महाराज की समाधि पर जाकर पुष्प अर्पित किए. चांदी से बनी रुद्राक्ष की माला धारण करवाई पूजा अर्चना कर आरती भी की. इसके बाद महंत किशोरपुरी महाराज की समाधि पर पहुंचकर पुष्प अर्पित किए. 

महंत गणेशपुरी महाराज के स्वप्न में आए थे बालाजी महाराज

लोगों द्वारा बताया जाता है कि मेहंदीपुर बालाजी धाम में बालाजी महाराज की प्रतिमा पहाड़ से निकली हुई स्वयंभू प्रतिमा है. जिसका कहीं कोई छोर नहीं है. स्थानीय बुजुर्ग लोगों के अनुसार महंत गणेशपुरी महाराज को सबसे पहले बालाजी महाराज ने स्वप्न में आकर अपनी पूजा का भार उठाने के लिए कहा था. इसके बाद से ही स्थानीय लोगों ने महंत गणेशपुरी महाराज को बालाजी महाराज की पूजा का जिम्मा सौंपा था. 

बारी-बारी परिवार कर रहा पूजा

इसके बाद से महंत गणेशपुरी महाराज के द्वारा ही बालाजी महाराज की पूजा अर्चना की जाती थी. उनके समाधिलीन होने के बाद बालाजी महाराज की पूजा का जिम्मा महंत किशोरपुरी महाराज के जिम्मे हो गया. लेकिन महंत किशोरपुरी महाराज के भी समाधिलीन होने के बाद अब बालाजी महाराज की सेवा पूजा का निर्वहन मौजूदा महंत डॉक्टर नरेशपुरी महाराज द्वारा किया जा रहा है.

बालाजी महाराज के दर्शनों के बाद समाधि पर आते है भक्त

मिली जानकारी के अनुसार देश हर कोने से आने वाले श्रद्धालु मेहंदीपुर बालाजी धाम आते है. वो बालाजी महाराज के दर्शनों के बाद महंत गणेशपुरी महाराज की समाधि स्थल पर जरूर पहुंचते हैं. श्रद्धालुओं में मान्यता है कि बालाजी महाराज, भैरव बाबा और प्रेतराज सरकार के दर्शनों के बाद जब तक गणेशपुरी महाराज की समाधि स्थल के दर्शन नहीं करते, बालाजी महाराज के दर्शन अधूरे माने जाते हैं. 

समाधि स्थल पर जल्द शुरू होगा अखंड यज्ञ 

समाधि स्थल पर जल्द ही बालाजी मंदिर ट्रस्ट के पीठाधीश्वर महंत डॉक्टर नरेशपुरी के सानिध्य में अखंड यज्ञ की शुरुआत होगी. जिसमें दर्जनों विद्वान पीड़ितों द्वारा यज्ञ किया जाएगा. जिससे सम्पूर्ण आस्थाधाम क्षेत्र में धर्म की गंगा बहेगी. वहीं सनातनी संस्कृति का प्रचार-प्रसार होगा.

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