Alive After Postmortem: पोस्टमार्टम के बाद क्या कोई जिंदा हो सकता है? यह सवाल कोई किसी से पूछे तो लोग उसे पागल समझेंगे. लेकिन ऐसा हुआ है. पोस्टमार्टम के बाद जब लाश को अंतिम संस्कार के लिए चिता पर लिटाया गया तब उसमें अचानक हरकत होने लगी. लाश में हरकत देख अंतिम संस्कार में शामिल हो रहे लोगों में सनसनी फैल गई. फिर आनन-फानन में मृत व्यक्ति को फिर से अस्पताल लाया गया.
राजस्थान के झुंझुनूं से सामने आया हैरान करने वाला मामला
हैरान करने वाला यह मामला राजस्थान के झुंझुनूं (jhunjhunu) जिले से सामने आया है. जहां गुरुवार को एक व्यक्ति के मृत घोषित किए जाने और उसके पोस्टमार्टम के बाद वह जिंदा हो गया. इसे अस्पताल की लापरवाही माने या कुदरत का करिश्मा.. इसकी जांच की जा रही है.
बगड़ स्थित मां सेवा संस्थान में रह रहा था लावारिश रोहिताश
मिली जानकारी के अनुसार झुंझुनूं के बगड़ कस्बे में मां सेवा संस्थान लावारिश, दिव्यांग और मेनटली रिटायर लोगों की सेवा करने का काम करती हैं. गुरुवार सुबह यहां से बेहोशी की हालत में लावारिश रोहिताश को बीडीके अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था जिसको डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था.
पोस्टमार्टम के बाद जिंदा हुआ इंसान!
— NDTV Rajasthan (@NDTV_Rajasthan) November 21, 2024
पोस्टमार्टम के बाद जिंदा हुआ मृत व्यक्ति, चिता पर शरीर में हरकत देख फिर लाया गया अस्पताल#Rajasthan | #RajasthanNews pic.twitter.com/NAl22yGR6m
मृत घोषित होने के बाद बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में किया शिफ्ट
इमरजेंसी में डॉक्टर के मृत घोषित करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में शिप्ट कर दिया गया, और बॉडी को डीप फ्रिजर में रख दिया गया. लावारिश रोहिताश को मृत मानकर दो घंटे तक बॉडी को डीप फ्रिजर में रखा गया उसके बाद अंतिम संस्कार के लिए बॉडी भेज दी गई.
चिता पर मृत शरीर ने की हरकत, फिर लाया गया अस्पताल
मृत बॉडी को चिता पर अग्नि देते वक्त हरक़त करने लगी तो वहां मौजूद लोगों ने आनन-फानन में रोहिताश को बीडीके अस्पताल की एमरजेंसी लाया गया जहां पर इलाज के लिए आईसीयू में भर्ती किया गया, अब इलाज जारी है.
मामले में उठ रहे कई सवाल
लावारिश रोहिताश अचानक बेहोश कैसे हुआ, इसे लेकर सूत्रों से जो ख़बर मिली उसके अनुसार रोहिताश के साथ मारपीट की बात कही जा रही है. संस्था संचालक क्यों पोस्टमार्टम करवाने से घबरा रहा था और अब ये चर्चा हो रही हैं. परिजनों को सूचना दिए बगैर और परिजनों की गैर मौजूदगी में आनन फानन में दाह संस्कार क्यों करवाया जा रहा था? इन सब सवालों के जवाब भी तलाशे जा रहे हैं.
अस्पताल स्टाफ और जिला प्रशासन आया हरकत में
मृत व्यक्ति के जीवित होने की सूचना पर जिला अस्पताल और प्रशासन हरकत में आया. झुंझुनूं तहसीलदार महेन्द्र मुंड और बगड़ पुलिस मौके पर पहुंची. अस्पताल प्रशासन इस मामले में अभी कुछ भी बोलने से बच रहा है. लेकिन झुंझुनूं कलेक्टर रामवतार मीणा ने पूरे मामले की तस्दीक करते हुए जांच के निर्देश दे दिए है.
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