Banswara News: कर्ज में डूबे एक शख्स ने बीमा क्लेम की राशि हासिल करने के लिए एक ऐसी खौफनाक साजिश रची, जिसे जानकर मामले की छानबीन में जुटे पुलिस वाले भी हैरान हो गए. आरोपी ने एक भिखारी को नौकरी दिलाने की लालच पर अपने साथ किया, फिर शराब पिलाकर ट्रक से रौंदकर उसकी हत्या कर दी थी. इसके बाद आरोपी ने भिखारी की लाश के पास अपने दस्तावेज जैसे- पैन कार्ड, एटीएम, बाइक की आरसी, डीएल आदि छोड़ दी. पुलिस ने जब मामले की छानबीन की तो लाश के पास मौजूद दस्तावेजों के आधार पर आरोपी के परिजनों को सूचित किया. लेकिन इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ कि शातिर आरोपी की पूरी साजिश खुल गई.
पैसों की लालच में इंसान के शैतान बनने की यह हैरान करने वाली कहानी राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से सामने आई है. हालांकि इस केस का मुख्य आरोपी अजमेर का रहने वाला है. मालूम हो कि बांसवाड़ा जिले के सल्लोपाट थाना क्षेत्र में बीते दिनों एक शव मिला था. जिसकी हत्या की पूरी कहानी का पुलिस ने शनिवार को खुलासा किया.
बांसवाड़ा के एसपी ने किया मामले का खुलासा
बांसवाड़ा के एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने मामले की खुलासा करते हुए बताया कि स्वयं के बीमा का क्लेम लेने के लिए आरोपी ने हत्या की साजिश रची. आरोपी ने दोस्त की ट्रक से कुचलवाकर हत्या कर दी. मामले में चित्तौड़गढ़ के निकुंभ थाना क्षेत्र के गरदाना निवासी भैरुलाल पुत्र पृथ्वीराज नायक, अजमेर के गुवारड़ी निवासी नरेंद्र सिंह पुत्र मिंटू सिंह और ट्रक चालक चित्तौडगढ़ के मंडफिया थाना क्षेत्र के अकोला खुर्द निवासी इब्राहिम पुत्र अब्दुल खान के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
दो आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी की तलाश जारी
एसपी ने आगे बताया कि भैरुलाल और इब्राहिम को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन पर रामगंज मंडी निवासी तोफान पुत्र राधेश्याम की ट्रक से कुचल कर हत्या का आरोप है. मुख्य आरोपी नरेंद्र सिंह बीमा क्लेम लेना चाहता था. इसके लिए 85 हजार रुपए में भैरुलाल और 65 हजार में इब्राहिम को तैयार किया था.
भिखारी की लाश के पास छोड़े थे अपने डॉक्यूमेंट्स
शव के पास से पैन कार्ड, एटीएम, बाइक की आरसी, डीएल के साथ ही अजमेर से रामदेवरा, फुलेरा से अजमेर, निंबाहेड़ा से अजमेर, पोखरण से रामदेवरा और अजमेर से निबाहेड़ा के रेल टिकट मिले. नरेंद्र के मोबाइल की पड़ताल की तो पता चला कि जिस रूट की रेल टिकट हैं, उन पर नरेंद्र सिंह गया है.
हत्या की साजिश में शामिल दोस्त भैरुलाल ने बताई पूरी कहानी
भैरुलाल ने बताया कि वह रामदेवरा में भीख मांगने का काम करता है. वहां पर उसकी पहचान नरेंद्र से हो गई. नरेंद्र ने स्वयं के कई बीमे कराए होना बताया, जिसका वह बीमा क्लेम पाना चाहता था. इसके लिए उसने स्वयं की हत्या का षड्यंत्र रचा. इसके लिए कचरा बीनने वाले तूफान सिंह को लेकर घर आया.
भैरुलाल ने आगे बताया कि नरेंद्र ने तूफान सिंह को एक-दो बार पार्टी (शराब) कराई . इसके लिए ट्रक चालक इब्राहिम को साजिश में शामिल किया. भैरुलाल को 85 हजार और चालक को 65 हजार रुपए देना तय हुआ. भैरुलाल ने पुलिस को बताया कि जो लाश मिली वह नरेंद्र सिंह की नहीं थी. वह रामगंजमंडी (कोटा) का रहने वाला तूफान सिंह था, जो रामदेवरा में भीख मांगने वाला था.
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