
Rajasthan News: सरकारी बिल पास कराने के लिए ठेकेदार से 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए दिल्ली लोक निर्माण विभाग (PWD) का एक इंजीनियर सीबीआई के हत्थे चढ़ गया. गिरफ्तारी के बाद जब सीबीआई ने दिल्ली और जयपुर में उसके ठिकानों पर छापेमारी की, तो करीब 1.60 करोड़ रुपये की नकदी, संपत्ति के कागजात और बैंकों में जमा मोटी रकम मिली.
'3 परसेंट कमीशन मांगा था'
सीबीआई के मुताबिक, आरोपी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर कालूराम मीणा राउज एवेन्यू कोर्ट परिसर (जूडिशियल सिविल डिवीजन-2) में कार्यरत था. उसने ठेकेदार से लंबित बिल पास करने के लिए कुल रकम का 3% कमीशन मांगा था. बातचीत के बाद रिश्वत की रकम 30,000 रुपये तय हुई. इसके बाद सीबीआई ने 28 जुलाई को जाल बिछाया और आरोपी को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया.
भ्रष्टचार के मामले में केस दर्ज
फिलहाल आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच जारी है. सीबीआई ने इसी तरह की एक अन्य कार्रवाई में नासिक में रेलवे इंजीनियर विजय चौधरी को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. आरोपी ने एक वेंडर से गुणवत्ता जांच रिपोर्ट जारी करने के लिए रिश्वत की मांग की थी.
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