विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Sep 17, 2023

गणेश चतुर्थी : POP के बदले अब मिट्टी से बने गजनन की मूर्तियां खरीद रहे लोग, टोंक में सजा बाजार

मिट्टी की मूर्तियों की मांग बढ़ने के पीछे पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता भी एक कारण है. प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) की मूर्तियां को नष्ट करना मुश्किल होता है और ये पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं. ऐसे में मिट्टी से बने गजानन के प्रति आकर्षण बढ़ा है.

Read Time: 4 min
गणेश चतुर्थी : POP के बदले अब मिट्टी से बने गजनन की मूर्तियां खरीद रहे लोग, टोंक में सजा बाजार
टोंक:

गणेश चतुर्थी के अवसर पर टोंक में मिट्टी की मूर्तियों की मांग बढ़ी है. सालों से बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) की मूर्तियों की बिक्री करने वाले कुंभकारों के परिवारों ने भी जयपुर और मध्य प्रदेश से मिट्टी की मूर्तियां मंगवाकर बेचना शुरू किया है. धर्मप्रेमी भी अब प्लास्टर ऑफ पेरिस की जगह मिट्टी की मूर्तियों की मांग कर रहे हैं.

धर्मप्रेमी खरीदना चाहतें है मूर्तियां

टोंक में घंटाघर क्षेत्र में सालों से अपने पुश्तेनी कार्य मिट्टी के बर्तन बेचने वाले विष्णु प्रजापति ने बताया कि टोंक में भी पिछले कुछ सालों से मिट्टी के गणेश जी की मूर्तियों की मांग बढ़ी है. हालांकि मिट्टी की मूर्तियों के दाम ज्यादा होने से अब भी खरीदने से पहले ग्राहक एक बार कीमत सुनकर प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति मांगता है, लेकिन अधिकांश धर्मप्रेमी मिट्टी की मूर्तियां ही खरीदना चाहते हैं.

Latest and Breaking News on NDTV

सालों से मिट्टी का बर्तन बेचने वाले विक्रेता ने बताया

टोंक में घंटाघर क्षेत्र में सालों से अपने पुश्तैनी कार्य मिट्टी के बर्तन बेचने वाले विष्णु प्रजापति ने बताया कि टोंक में भी पिछले कुछ सालों से मिट्टी के गणेश जी की मूर्तियों की मांग बढ़ी है. हालांकि मिट्टी की मूर्तियों के दाम ज्यादा होने से अब भी खरीदने से पहले ग्राहक एक बार कीमत सुनकर प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति मांगता है, लेकिन अधिकांश धर्मप्रेमी मिट्टी की मूर्तियां ही खरीदना चाहते हैं.

गणेश चतुर्थी पर इको फ्रेंडली प्रतिमा

पुलिस लाइन क्षेत्र में मूर्तिया बेचने वाले सुरेंदर पंवार ने बताया कि लोग मिट्टी की प्रतिमाओं को प्राथमिकता दे रहे हैं. क्योंकि सबकी यही चाह नजर आने लगी है कि ईको फ्रेंडली प्रतिमा का ही गणेश चतुर्थी पर प्रयोग किया जाए. हालांकि मिट्टी की मूर्तियां ईको फ्रेंडली होने के कारण महंगी मिल रही हैं.

दुकानों पर सजाई गई भगवान गणेश की मूर्ति

दुकानों पर सजाई गई भगवान गणेश की मूर्ति

5 इंच से लेकर 2 फीट तक की मूर्ति

टोंक के बाजार में मिट्टी और POP की मूर्तियां 5 इंच से शुरू होकर 2 फिट तक कि ऊंचाई में मिल रही हैं. उसके बाद बड़ी साइज की मूर्तियां पहले बुक करके ही मंगवाई जाती हैं क्योंकि गणेश चतुर्थी का त्योहार साल में एक बार आता है.

मूर्तियों के दाम

मिट्टी की मूर्ति 200 रुपए से शुरू होकर 2500 रुपए तक की मिल रही है. इसमें ज्यादा बड़ी मूर्तियां नहीं बनाई जाती हैं.
POP से बनी हुई 100 रुपए से लेकर 7000 रुपए तक की मूर्तियां बाजार में उपलब्ध हैं.

पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता

मिट्टी की मूर्तियों की मांग बढ़ने के पीछे पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता भी एक कारण है. प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां बनने के बाद इन्हें नष्ट करना मुश्किल होता है और ये पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं. वहीं, मिट्टी की मूर्तियां बनने के बाद इन्हें मिट्टी में मिलाया जा सकता है, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता है.

यह भी पढ़ें - गणेश चतुर्थी की तैयारियां ज़ोरो पर, रंग-बिरंगे गजानन की मूर्तियों पर भी दिख रहा महंगाई का असर

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Close