Rajasthan Politics: राजस्थान में जिले खत्म करने पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बीजेपी सरकार जनता की भावनाओं के विरुद्ध संभाग और जिले निरस्त किए हैं. इनका ये मॉडल चलेगा नहीं. जैसे मर्जी आए बंद कर दो. वापस इनको करने ही पड़ेंगे. वो कहावत है, 100 प्याज भी खाकर, 100 जूते खाए. इससे अच्छा है कि ये एक चीज खा ले. ये दोनों वाला काम कर रहे हैं. जनता के सामने किसी की मर्जी नहीं चलती, सरकार को निर्णय बदलकर संभाग और जिले वापस करने पड़ेंगे.
राजस्थान में 9 जिले खत्म
राजस्थान में भजनलाल सरकार ने गहलोत राज में बनाए गए 9 जिले और तीन संभाग को समाप्त कर दिए. समाप्त हुए जिले, दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़, सांचौर जिले खत्म. इसके अलावा तीन संभाग बांसवाड़ा, सीकर और पाली भी खत्म कर दिए. बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, फलोदी और सलूंबर जिले बने रहेंगे. राजस्थान में 50 जिले थे. सरकार के इस फैसले के बाद अब राज्य में 41 जिले ही रह जाएंगे. 10 संभाग की जगह 7 संभाग अस्तित्व में रहेंगे.
पुरानी कहावत है '100 प्याज भी खाए और 100 जूते भी'
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) January 4, 2025
भाजपा सरकार भी यही काम कर रही है, इन्होंने जनता की भावना के विरूद्ध संभाग और जिले निरस्त किए हैं।
जनता के सामने किसी की मर्जी नहीं चलती, सरकार को निर्णय बदलकर संभाग और जिले वापस करने पड़ेंगे।#सीकर_संभाग_यथावथ_रखो pic.twitter.com/wwGKDqhLz5
गहलोत सरकार में 17 नए जिले बने थे
गहलोत सरकार में राजस्थान में 17 नए जिले और 3 नए संभाग बनाए गए थे. जयपुर और जोधपुर के दो-दो हिस्सों में बांट दिए थे. अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, कोटपूतली, बालोतरा, जयपुर ग्रामीण, खैरथल, ब्यावर, नीमकाथाना, डीग, जोधपुर ग्रामीण, फलोदी, डीडवाना, सलूंबर, दूदू, केकड़ी, सांचौर और शाहपुरा नए जिले बने थे. बांसवाड़ा, पाली और सीकर को संभाग बनाया गया था.
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