Rajasthan News: कांग्रेस ने भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से आखिर अपना प्रत्याशी बदल ही दिया. 2 दिन से चल रहे गहन मंथन और चिंतन के बाद कांग्रेस ने यह कदम शुक्रवार देर रात को उठाया. भीलवाड़ा से पूर्व सांसद रहे डा. सीपी जोशी पर कांग्रेस ने एक बार फिर दाव खेला है. 4 दिन पहले भीलवाड़ा प्रत्याशी बनकर आए डॉक्टर दामोदर गुर्जर का टिकट बदलकर उन्हें राजसमंद भेज दिया गया. डॉक्टर जोशी को भीलवाड़ा से प्रत्याशी बनाए जाने पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है.
विरोध के चलते बदला टिकट
कांग्रेस ने चार दिन पहले सवाई माधोपुर के रहने वाले सेवानिवृत पुलिस अधिकारी डॉक्टर दामोदर गुर्जर को भीलवाड़ा से प्रत्याशी बनाया था. जहां डॉक्टर दामोदर गुर्जर ने देव दर्शन कर कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं से संवाद किया. दामोदर गुर्जर के बाहरी होने के कारण कुछ जगह अंदर खाने विरोध शुरू हुआ. जहां आज कांग्रेस पार्टी ने टिकट बदलकर डॉ दामोदर गुर्जर को राजसमंद और डॉक्टर सीपी जोशी को भीलवाड़ा से उम्मीदवार बनाया है.
डॉ सीपी जोशी का राजनैतिक सफर
डॉ सीपी जोशी ने राजसमंद के नाथद्वारा सीट से वर्ष 1980 में पहला चुनाव लड़ा और विजयी हुए. 1980 के बाद जोशी 1985 में दूसरी बार विधायक चुने गए. जबकि 1990 में डॉक्टर सीपी जोशी को हार का सामना करना पड़ा. वहीं वर्ष 1998 में तीसरी बार विजयी हुए और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पहले कार्यकाल में प्रदेश के शिक्षा व पंचायत राज मंत्री रहें. वहीं वर्ष 2003 में चौथी बार विधायक चुने गए. लेकिन वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में नाथद्वारा से कल्याण सिंह से मात्र एक वोट से हार गए थे. वहीं वर्ष 2009 में उन्होंने भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से पहला चुनाव लड़ा और मनमोहन सिंह की सरकार में पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री बने.
साथ ही उनको कार्यकाल के अंतिम वर्ष में रेल मंत्रालय का भी प्रभार मिला था. वहीं वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव उन्होंने जयपुर ग्रामीण सीट से लड़ा था. उस दौरान जोशी को हार का सामना करना पड़ा. वर्ष 2018 में पुन नाथद्वारा से चुनाव लड़ा और पांचवीं बार विधायक चुने गये और प्रदेश में विधानसभा अध्यक्ष बनें. साल 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में नाथद्वारा से उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
मात्र 1 वोट से हारे थे डॉ जोशी
डॉक्टर सीपी जोशी नाथद्वारा में विधानसभा का चुनाव एक वोट से हारने के बाद सांसद बने थे. वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में नाथद्वारा से भाजपा प्रत्याशी स्वर्गीय कल्याण सिंह से मात्र एक वोट से पराजित हुए थे, उसके बाद वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में जोशी को भीलवाड़ा से उम्मीदवार बनाया और विजयी हुए.
चंबल का पानी पहुंचाया
डॉ जोशी ने चंबल पेयजल योजना के कारण भीलवाड़ा में प्रसिद्धी पाई थी. वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में डॉक्टर सीपी जोशी विजयी हुऐ थे. उस दौरान भीलवाड़ा जिले में पेयजल की काफी दिक्कत थी. उसी को देखते हुए यहां चंबल पेयजल योजना स्वीकृत करवाई, जिसके कारण आज गांव-गांव में चंबल का पानी आ रहा है. वर्ष 2014 तक चंबल का पानी भीलवाड़ा के ग्रामीण क्षेत्र में नहीं पहुंचने पर जोशी ने अपना वादा निभाया.
जोशी ने उस समय कहा था कि जब तक चंबल का पानी भीलवाड़ा जिले में नहीं पहुंचता है तो मैं भीलवाड़ा से चुनाव नहीं लडूंगा. उस दौरान जोशी ने भीलवाड़ा लोकसभा सीट छोड़कर वर्ष 2014 में जयपुर ग्रामीण क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा था, वहां उन्हें हार का सामना भी करना पड़ा था.
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