Rajasthan News: राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के समय बने 17 जिलों के गठन की समीक्षा के लिए बनाई सब कमेटी से प्रेमचंद बैरवा को हटा दिया गया है. प्रेमचंद बैरवा की जगह अब मदन दिलावर को जिलों के गठन की समीक्षा के लिए बनी कमेटी का संयोजक बनाया गया है. सरकार के इस फैसले के बाद दूदू से ज़िले का दर्जा छिन जाने की चर्चा शुरू हो गई है.
मदन दिलावर बने कमेटी के संयोजक
दरअसल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहलोत सरकार के समय बनाए गए 17 ज़िलों और तीन संभाग भागो की समीक्षा के लिए कैबिनेट सब कमेटी का गठन करते हुए 12 जून को डॉ प्रेम चंद बैरवा को संयोजक पद की ज़िम्मेदारी दी थी. कमेटी में बैरवा के साथ मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ हेमंत मीणा कन्हैया लाल चौधरी सुरेश सिंह रावत शामिल थे. पिछली कुछ बैठकें लगातार प्रेमचंद शर्मा की अध्यक्षता में ही हो रही थी, लेकिन आज की बैठक में संयोजक पद की ज़िम्मेदारी मदन दिलावर को मिलने से इस बात की चर्चा शुरू हो गई.
दूदू से भी छिन सकता है जिले का दर्जा
चर्चा है कि सरकार जिन नए ज़िलों को ख़त्म करने या मर्ज़ करने की तैयारी कर रही है. उसमें दूदू जिला भी शामिल हैं. चूंकि दूदू प्रेमचंद बैरवा का विधानसभा क्षेत्र है. लिहाज़ा संयोजक पर रहते हुए उनके लिए अपने ही क्षेत्र को ज़िले से हटाना का फ़ैसला करना आसान नहीं होगा. हालाँकि आज की बैठक में किसी तरह का निर्णय नहीं हुआ, लेकिन संभव है कि आने वाली बैठकों में सरकार इस संबंध में फ़ैसला करने वाली है.
इन 17 नए जिलों का हुआ था गठन
पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने 17 नए जिले और तीन संभागों का पुनर्गठन राम लुभाया कमेटी की सिफारिश पर गठन किया था, जिसको लेकर बीजेपी लगातार विरोध भी कर रही थी. नए जिलों में अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, कोटपूतली, बालोतरा, जयपुर शहर, खैरथल, ब्यावर, जयपुर ग्रामीण, नीमकाथाना, डीग, जोधपुर शहर, फलौदी, डीडवाना, जोधपुर ग्रामीण, सलूंबर, दूदू, केकड़ी, सांचौर और शाहपुरा शामिल हैं. इसके अलावा राजस्थान में तीन नए संभाग बनाए गए हैं, जिनमें बांसवाड़ा, पाली और सीकर शामिल हैं.
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