
Ajmer News: आधार कार्ड में मूल अभ्यर्थी की जगह डमी अभ्यर्थी की फोटो लगाने के आरोप में सिविल लाइन थाना पुलिस ने एक ईमित्र संचालक को गिरफ्तार किया है. जांच अधिकारी एएसपी सुखविंदर पाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सीबीएसई की ओर से आयोजित एकलव्य आवासीय स्कूल की वार्डन भर्ती परीक्षा में मूल अभ्यर्थी की जगह डमी कैंडिडेट बैठने का प्रकरण ख्वाजा मॉडल स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा सिविल लाइन थाने में दर्ज कराया गया था. इस मामले में जांच के दौरान डमी कैंडिडेट कालूराम मीणा को मौके पर ही स्कूल प्रशासन ने पड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था. वहीं कुछ समय बाद मूल अभ्यर्थी दिलकुश मीणा को भी पुलिस ने जांच के दौरान गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था.
मूल अभ्यर्थी की जगह लगाई डमी कैंडिडेट की फोटो
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि ई-मित्र संचालक ने आधार कार्ड में कांट-छांट कर मूल अभ्यर्थी की जगह डमी अभ्यर्थी की फोटो लगाई थी. जिसकी एवज में उसने 200 रुपये लिए थे. जांच में यह भी सामने आया कि मूल अभ्यर्थी दिलखुश मीणा ने कालूराम मीणा को 5 लाख रुपए देकर बतौर डमी कैंडिडेट परीक्षा में बैठाया था. पुलिस अब ऐसे और ई मित्र संचालकों की तलाश कर रही है जो एडमिट कार्ड में कांट-छांट कर इस तरीके के फ्रॉड करते हैं.
बायोमेट्रिक पहचान की वजह से पकड़ा गया डमी अभ्यर्थी
सीबीएसई ने पहली बार आयोजित इस भर्ती परीक्षा में बायोमेट्रिक से परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों की उपस्थिति की व्यवस्था की गई थी. मामला सिविल लाइंस स्थित ख्वाजा मॉडल स्कूल के परीक्षा केंद्र में सामने आया है. पुलिस रिपोर्ट के अनुसार दिलखुश मीणा की जगह सेंटर पर दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी का कालूराम मीणा परीक्षा देने आया था. सुबह सेंटर पर पहुंच कर कालूराम ने खुद को दिलखुश बताकर एंट्री ली. परीक्षा केंद्र पर अन्य अभ्यर्थियों के साथ दिलखुश मीणा का भी अंगूठा पंच कराया गया. बायोमेट्रिक पर जैसे ही उसने अंगूठा पंच किया तो सॉफ्टवेयर पर मिलान नहीं हुआ. सॉफ्टवेयर सेंट्रलाइज्ड होने से सूचना पहले दिल्ली पहुंची. वहां से अजमेर पुलिस को सूचना दी गई थी.
यह कहा एडिशनल एसपी सुखविंदर सिंह पाल ने
एडिशनल एसपी सुखविंदर सिंह ने बताया कि, इस मामले में केंद्राधीक्षक की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया था. जिस पर दिलखुश मीणा और कालूराम मीणा को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है. गुरुवार शाम को दौसा निवासी ई-मित्र संचालक नरेश को मूल अभ्यर्थी के आधार कार्ड में फोटो एडिट कर डमी अभ्यर्थी की फोटो लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
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