Madan Dilawar news: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए घोर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की परतें खोली हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध 'जीरो टॉलरेंस' का सख़्त रुख अपनाया है, जिसके तहत दोषी पाए गए किसी भी व्यक्ति को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
सिरोही में 5000 से अधिक फर्जीवाड़े
मंत्री दिलावर ने हाल ही में खुलासा किया कि सिरोही ज़िले में 2019 से जनवरी 2024 के बीच दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी करने में बड़ी अनियमितताएं पाई गईं. इस दौरान 7,000 से ज़्यादा प्रमाण पत्र जारी किए गए, जिनमें से 5,000 से ज़्यादा फर्ज़ी पाए गए. राज्य सरकार फ़िलहाल पूरे मामले की एसओजी से जांच करवा रही है और इसमें शामिल सभी लोगों के ख़िलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
राजकॉम्प में पत्नी को दिलाई फर्जी नियुक्ति
इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए मंत्री दिलावर ने जयपुर में सामने आए एक और मामले का भी ज़िक्र किया. उन्होंने बताया कि राजकॉम्प के तत्कालीन उपनिदेशक ने अपनी पत्नी को एक निजी कंपनी के जरिए फर्जी नियुक्ति दिलवाई और सालों तक लाखों रुपये का वेतन उठाया. 2019 से चल रहा यह मामला अब सामने आया है और एसीबी ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर ली है.
'भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं'
इन फर्जीवाड़ों को उजागर करने के बाद मंत्री दिलावर ने पूर्वर्ती कांग्रेस सराकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उस समय भ्रष्टाचार चरम पर था और पूरे पांच साल जनता को लूटा गया. उन्होंने जोर देकर कहा, "मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में भ्रष्टाचारियों की अब खैर नहीं है." उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है और अब तक कई भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों को जेल भेजा जा चुका है.
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