Rajasthan News: राजस्थान में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने आम लोगों की परेशानियों को गंभीरता से लिया है. हाल ही में कनवास इलाके में राशन दुकानों में गड़बड़ियां सामने आईं. मंत्री की चौपाल और जनसंवाद कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाओं ने राशन विक्रेताओं के खिलाफ आवाज उठाई. उन्होंने बताया कि दुकानदार सही समय पर गेहूं नहीं दे रहे थे और लोगों को परेशान कर रहे थे. मंत्री नागर ने फौरन जिला रसद अधिकारी को फोन किया और जांच के सख्त निर्देश दिए.
जांच टीम ने खोली पोल
मंत्री के आदेश पर जिला रसद अधिकारी ने एक टीम बनाई. इस टीम में ब्लॉक प्रवर्तन निरीक्षक विशाल मीणा और तारा प्रेमचंद तथा समीक्षा भटनागर शामिल थे. टीम ने ग्राम पंचायत मामोर के सलोनिया गांव में जांच की. वहां उचित मूल्य दुकान चलाने वाले चंपालाल जाट की हरकतें सामने आईं.
जांच में पता चला कि दुकानदार गेहूं का वितरण समय पर नहीं कर रहे थे. यहां तक कि बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद भी लोगों को अनाज नहीं दिया जा रहा था. टीम ने सबूत इकट्ठा किए और दुकान को तुरंत निलंबित कर दिया. अब वैकल्पिक व्यवस्था के तहत महेंद्र पाल मीणा को दुकान से जोड़ा गया है ताकि लोगों को राशन मिलने में कोई रुकावट न आए.
एक और दुकानदार को नोटिस
इसी जांच के दौरान लोढाहेड़ा गांव में भी शिकायत मिली. ग्रामीणों ने बताया कि उचित मूल्य दुकानदार नवरत्न मेहता का लोगों के साथ बर्ताव ठीक नहीं था. वे उपभोक्ताओं को परेशान करते थे और सही तरीके से मदद नहीं करते थे.
जिला रसद अधिकारी ने इस पर ध्यान दिया और नवरत्न मेहता को कारण बताओ नोटिस जारी किया. यह नोटिस उन्हें अपनी गलतियां सुधारने का मौका देता है. अगर वे नहीं सुधरे तो आगे सख्त कार्रवाई हो सकती है.
मंत्री की पहल से लोगों को राहत
जिला रसद अधिकारी कुशाल बिलाला ने कहा कि गेहूं की सप्लाई अब पूरी तरह चालू कर दी गई है. आने वाले दिनों में लाभार्थियों को राशन से जुड़ी कोई दिक्कत नहीं आएगी. ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर की यह पहल ग्रामीणों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है. जनसंवाद जैसे कार्यक्रमों से सरकार लोगों की आवाज सुन रही है और तुरंत कार्रवाई कर रही है. कनवास इलाके के लोग अब खुश हैं कि उनकी शिकायतों पर इतनी जल्दी अमल हुआ है.
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