EVM Safety and Tampering: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के दो चरण का मतदान संपन्न हो गया है. पहले चरण में 102 तो दूसरी चरण में 88 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. मतदान के बाद इन सभी सीटों का EVM और VVPT को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रख दिया गया है. जिसे 4 जून को होने वाली काउंटिंग के दिन खोला जाएगा. वोटिंग के बाद काउंटिंग तक ईवीएम की सुरक्षा (EVM Safety) एक बड़ी जिम्मेदारी होती है. आइए जानते हैं वोटिंग के बाद ईवीएम कहां रखा जाता है? इसकी सुरक्षा कैसे होती है? क्या इसकी (EVM Tampering) सुरक्षा में कोई सेंध लगा सकता है?
जोधपुर के RO ने बताई पूरी जानकारी
राजस्थान में लोकसभा चुनाव का मतदान संपन्न हो गया है. शुक्रवार को दूसरे चरण में प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान हुआ था. जिसमें जोधपुर लोकसभा सीट भी शामिल थी. वोटिंग के बाद काउंटिंग तक ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था को समझने के लिए एनडीटीवी टीम ने जोधपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी से विशेष बातचीत की. जिसमें उन्होंने ईवीएम की सुरक्षा से जुड़े सभी सवालों का जवाब दिया. जोधपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी गौरव अग्रवाल ने बताया कि लोकसभा क्षेत्र की सभी ईवीएम और वीवीपैट को अपनी विशेष निगरानी के साथ कड़ी सुरक्षा के साथ जोधपुर की पॉलिटेक्निक कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम में रखवा कर उन्हें सील कर दिया है.
वोटिंग समाप्त होने के बाद स्ट्रांग रूम में रखा जाता है EVM
महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज और पुरुष पॉलिटेक्निक कॉलेज में चार-चार विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम स्ट्रांग रूम में रखने के बाद सभी स्ट्रांग रूम को सील कर दिया गया. और अब 4 जून को मतगणना के दिन ही इन स्ट्रांग रूम को खोला जाएगा. जोधपुर जिले के 10 विधानसभा की सीटों में जहां भोपालगढ़ ओसिया और बिलाड़ा विधानसभा पाली संसदीय क्षेत्र में होने के चलते उन विधानसभाओं की ईवीएम रात को ही पाली के लिए भेज दी गई वही पोकरण विधानसभा के जोधपुर संसदीय क्षेत्र में आने के चलते पोकरण विधानसभा की ईवीएम जोधपुर पॉलिटेक्निक कॉलेज में आएगी जिसे अपराह्न बाद स्ट्रांग रूम में रखवा दिया जाएगा.
24 घंटे हथियार बंद जवान करते हैं स्ट्रांग रूम की सुरक्षा
जोधपुर के पॉलिटेक्निक कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम में रखी सभी ईवीएम मशीनों की सुरक्षा के लिए भी 24 घंटे हथियारबंद अर्ध सैनिक बलों के साथ ही स्थानीय पुलिस और आरएसी बटालियन तैनात रहेगी. वहीं इसके साथ ही डिजिटल सुरक्षा की दृष्टि से हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरा से भी 24 घंटे स्ट्रांग रूम पर निगरानी बनी रहेगी. इसके लिए बाकायदा एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है. वही किसी भी बाहरी व्यक्ति को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
चुनाव आयोग के सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को किया जाता है फॉलो
जोधपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी ने एनडीटीवी से खास बातचीत करते हुए मतदान के बाद काउंटिंग होने तक की ईवीएम मशीनों की सुरक्षा और स्ट्रांग रूम के प्रोटोकॉल से जुड़े रोचक जानकारियों को साझा किए. जिला निर्वाचन अधिकारी गौरव अग्रवाल ने बताया कि जब चुनाव संपन्न होने के बाद सभी ईवीएम आ जाती है तो उन्हें स्ट्रांग रूम में रखा जाता है. स्ट्रांग रूम के लिए इलेक्शन कमिशन की तरफ से काफी डिटेल्ड सिक्योरिटी प्रोटोकॉल होते हैं.
स्ट्रांग रूम की थ्री लेयर में सुरक्षा, वीडियोग्राफी की होती है
उन्होंने आगे बतााय कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में पैरामिलिट्री फोर्स के साथ-साथ लोकल पुलिस भी तैनात रहती है. स्ट्रांग रूम की थ्री लेयर में सुरक्षा व्यवस्था रहती है और इसके अलावा चारों तरफ और स्ट्रांग रूम के बाहर सीसीटीवी कैमरा होते हैं और इसके अलावा लॉग बुक भी मेंटेन होती है, वीडियोग्राफी भी होती है जोधपुर लोकसभा की आठ विधानसभा के क्षेत्र हैं और इन सभी 8 विधानसभा क्षेत्र की ईवीएम को जोधपुर के पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्ट्रांग रूम में रखवाया जा रहा है जो 4 जून को अब काउंटिंग के दिन ही खुलेंगे.
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