Jodhpur News: राजस्थान के जोधपुर में नया हाईकोर्ट परिसर में एक फर्जी लिपिक पकड़ा गया. वह मुख्य न्यायाधीश से मिलने की चाह में फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचा था. वह ऐसा चाहता था कि चीफ जस्टिस को गुलदस्ता भेंट कर फोटो खिंचवाएगे. लेकिन उसे इससे पहले ही पकड़ लिया गया. नया हाईकोर्ट में उसकी घूमने की गतिविधि से संदिग्ध लगने पर एक आरक्षक ने उसे पकड़ा और उसके दस्तावेज चेक किये तो वह फर्जी लिपिक पाया गया. अब उसे पुलिस को सौंप दिया गया है. वहीं, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. हालांकि, आरोपी का कहना है कि वह केवल न्यायाधीश से फोटो खींचवाने की चाह रख रहा था. इसके लिए वह यहां आया था. पुलिस जांच कर रही है उसने फर्जी नियुक्ति पत्र कब और कहां से बनवाया है.
आरक्षक ने जांच किये उसके दस्तावेज
इस घटना के मामले में जिले के एसीपी नरेंद्र दायमा ने बताया कि न्यू हाईकोर्ट परिसर में एक संदिग्ध युवक को वहां घूमते देखा गया. वहीं उस पर शक होते ही एफ कंपनी प्रथम बटालियन के आरक्षक सुखराम ने उसे पकड़ लिया. पकड़े जाने वाले युवक ने खुद को झोटड़ा सांचोर हाल कुड़ी भगतासनी सेक्टर 6 कंप्यूटर सेंटर के पीछे का रहने वाला सुरेश पुत्र मांगीलाल विश्रोई होना बताया. इस पर घूमने का कारण पूछने पर बताया कि वह हाईकोर्ट में लिपिक पद पर लगा हुआ है. तब उसके द्वारा बताया नियुक्ति पत्र फर्जी प्रतीत होने पर कुड़ी पुलिस को बुलाकर सुपुर्द कर दिया गया.
न्यायाधीश के साथ फोटो खींचवा कर कर सकता था गलत इस्तेमाल
एसीपी दायमा ने बताया कि युवक सुरेश विश्रोई को धोखाधड़ी में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है. जहां से उसे 3 दिन के पुलिस डिमांड पर लिया गया है. पूछताछ में पता लगा कि वह चीफ जस्टिस के साथ फोटो खिंचवाना चाहता था. पुलिस को अंदेशा है कि वह फोटो खींचने के बाद उसका गलत इस्तेमाल भी कर सकता था. उसने फर्जी नियुक्ति पत्र कब और किससे तैयार करवाया इस बारे में जांच की जा रही है.
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