![CRPF जवान की अंत्येष्टि करने से परिजनों का इनकार, साथी जवानों की हत्या के बाद कर लिया था सुसाइड CRPF जवान की अंत्येष्टि करने से परिजनों का इनकार, साथी जवानों की हत्या के बाद कर लिया था सुसाइड](https://c.ndtvimg.com/2025-02/ehamaii8_jhunjhunu-crpf-soldier-suicide_625x300_15_February_25.jpg?im=FaceCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan News: अपने दो साथियों की हत्या के बाद सुसाइड करने वाले सीआरपीएफ जवान का अंतिम संस्कार करने से परिजनों ने इनकार कर दिया है. परिजनों का आरोप है कि सीआरपीएफ मृतक जवान को सैन्य सामान नहीं दे रही है. इस कारण ग्रामीण नाराज हैं और सभी सेवा लाभों को लेकर लिखित आश्वासन देने की मांग कर रहे हैं. फिलहाल सीआरपीएफ की टुकड़ी और ग्रामीणों के बीच हो बातचीत चल रही है. लेकिन मृतक जवान के परिजन स्पष्ट आश्वासन मिलने के बाद ही अंतिम संस्कार करने की बात पर अड़े हुए हैं.
मृतक जवान संजय कुमार राजस्थान में झुंझुनूं जिले के बिगोदना का निवासी है. गुरुवार रात संजय ने मणिपुर के इंफान जिले के लामफेल स्थित सीआरपीएफ कैंप में अपने साथियों पर फायरिंग कर दी थी. इसके बाद खुद भी उसने जान दे दी थी. घटना में दो जवानों की मौत हो गई है, जबकि 8 जवान घायल हुए हैं. ये पूरा झगड़ा किसी काहसुनी के बाद हुआ था, जिसमें हेड कांस्टेबल संजय ने साथी जवानों पर फायरिंग कर दी. इसमें एक सब इंस्पेक्टर तिलकराज व कांस्टेबल राजीव रंजन की मौके पर ही मौत हुई है.
पिलानी थानाधिकारी रणजीत सेवदा ने बताया, 'बिगोदना पंचायत समिति सदस्य राजकुमार फौजी को फोन पर जानकारी मिली थी कि मणिपुर में तैनात संजय कुमार मेघवाल और अन्य जवानों को गोली लगी है. उनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. उसके बाद राजकुमार फौजी ने संजय के घर जाकर उसके भतीजे अनिल कुमार की सीआरपीएफ कैंप में बात करवाई. संजय कुमार सीआरपीएफ की 120वीं बटालियन में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत था. वह मूल रूप से मेघालय में तैनात था. उसे 5 दिन पहले ही मणिपुर भेजा गया था. 2003 में सीआरपीएफ में भर्ती हुआ था. संजय के परिवार में पत्नी अनिता, बेटी एकता और बेटा अमित हैं.'
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