बारां के छबड़ा में विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने उपखंड अधिकारी कार्यालय के सामने अर्द्ध नग्न होकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन को समाप्त करवाने पहुंचे एडीएम बारां ने प्रदर्शनकारी किसानों को जन्माष्टमी पर भजन कीर्तन करने की नसीहत दी. एडीएम के गैरजिम्मेदाराना बयान से लोगों को गुस्सा और भड़क उठा, फिर प्रदर्शन कर रहे लोग उग्र हो गए और रेलवे ट्रैक जाम कर दिया. इस कारण कुछ देर के लिए कोटा-बीना रेलखंड पर परिचालन भी प्रभावित हुआ. हालांकि रेलट्रैक ब्लॉक किए जाने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को समझाबूझा कर ट्रैक क्लियर कराया.
इस दौरान किसानों के साथ प्रदर्शन कर रहे राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रनेता और पूर्व महासचिव नरेश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जिसको लेकर राजस्थान के मीणा समाज के लोगों ने जिले के हरनावदाशाहजी पुलिस थाने का घेराव भी कर लिया.
रिहाई की मांग को लेकर नरेश मीणा के समर्थक बारां-बारां जिले में तीन अलग स्थानों पर पानी व मोबाइल टावर पर चढ़ गए और फेसबुक पर लाइव आकर नरेश मीणा को रिहा नहीं करने पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की धमकी देने लगे.
प्रदर्शन के दौरान बारां-छबड़ा मार्ग पर भीषण जाम की स्थिति बनी रही जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. राजस्थान से मध्यप्रदेश की और जाने वाले वाहन चालकों को भी इस प्रदर्शन से काफी जूझना पड़ा.
किसानों के प्रदर्शन से उत्पन्न अव्यवस्था को दूर करने पहुंची प्रशासन ने किसानों से वार्ता करने का प्रयास किया किंतु सफल नहीं हो सके. बल्कि एडीएम के जन्माष्टमी पर भजन कीर्तन करने की नसीहत पर किसान आक्रोशित हो गये और कोटा-बीना रेलवे ट्रैक जाम कर दिया.
इससे पहले किसान अर्द्ध नग्न होकर बारां-छबड़ा मार्ग पर प्रदर्शन कर रहे थे, बाद में कोटा बीना रेल खण्ड के छबड़ा गूगोर रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे लाईन पर जा बैठ प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान कुछ किसान नेताओं ने रेलवे ट्रैक से जाम हटवाते भी नजर आए. हालांकि एडीएम के माफी मांगने के बाद किसानों ने प्रदर्शन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया.