
Rajasthan-Punjab border: किसान आंदोलन के चलते श्रीगंगानगर में प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंगलवार को भी राजस्थान पंजाब बॉर्डर की साधुवाली चैक पोस्ट बंद रखने का फैसला किया है. पिछले 13 फरवरी से लगातार बंद चल रहे साधुवाली पोस्ट से किसानो को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है, जबकि यात्री भी हलकान हैं.
किसानों का कहना है कि बॉर्डर बंद होने से देश के दूरदराज के हिस्सों में गाजर और किन्नू भेजना मुश्किल हो गया है. दूसरे रास्तो से भेजने पर ट्रांसपोर्टेशन कोस्ट काफी अधिक हो जाती है और व्यापारी फसल नहीं खरीदते. उनके मुताबिक इससे गाजर के दाम 1200 रुपए प्रति क्विंटल से गिरकर 150 रुपए प्रति किंवटल तक पहुंच गया हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक किसानों के साथ-साथ राजस्थान से पंजाब आने जाने वाले लोग भी खासे परेशान है. गत 13 फरवरी से लगातार बॉर्डर बंद रहने से पंजाब रोडवेज की बसें पंजाब सीमा तक आती है और उसके बाद यात्री पैदल तीन से चार किलोमीटर का सफर तय करने के बाद राजस्थान सीमा में आकर ऑटो से राजस्थान में जाते हैं.
यही नहीं, बॉर्डर के आस पास के दुकानदारों का कारोबार भी ठप्प हो गया है. किसान आंदोलन से पंजाब सीमा में संचालित हो रहे नर्सिंग कालेज के छात्र भी काफी परेशान है. उनका कहना है कि या तो पैदल चार किलोमीटर चलना पड़ता है या फिर दस से पंद्रह किलोमीटर अतिरिक्त रास्ता तय करना पड़ता है.
किसानों का कहना है कि किसान शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन बॉर्डर पर सीमेंट और लोहे के बैरीकेडिंग लगाकर जानबूझकर लोगों को परेशान किया जा रहा है. उधर जिले के एसपी गौरव यादव का कहना है कि कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के बाद ही इस बॉर्डर को खोलने का विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान से पंजाब आने-जाने के लिए सादुलशहर के निकट पतली चैक पोस्ट खुली रखी गई है.
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