![लोकसभा चुनाव का फीडबैक लेने पहुंचे कांग्रेस के पूर्व मंत्री, कार्यकर्ताओं का छलका दर्द... कही यह बात लोकसभा चुनाव का फीडबैक लेने पहुंचे कांग्रेस के पूर्व मंत्री, कार्यकर्ताओं का छलका दर्द... कही यह बात](https://c.ndtvimg.com/2024-02/oueuf0p_congress-meeting_625x300_04_February_24.jpeg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan News: प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के चलते प्रत्याशी चयन के लिए फीडबैक लेने आए पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया (Pramod Jain Bhaya) और महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम के सामने कार्यकर्ताओं का दर्द छलक उठा. वहीं पूर्व सांसद भरत राम मेघवाल को बोलने भी नहीं दिया गया. ऐसे में कार्यकर्ता नाराज हो गए, तभी सादुलशहर के पूर्व विधायक जगदीश जांगिड़ और कांग्रेस के जिला प्रभारी जिया उर रहमान ने बीच बचाव कार्यकर्ताओं को शांत किया.
कार्यक्रम के दौरान हावी रही अव्यवस्थाएं
कांग्रेस के जिला कार्यालय में दोनों नेताओं का प्रत्याशी चयन के लिए फीडबैक कार्यक्रम रखा गया था. ऐसे में श्रीगंगानगर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभाओं के टिकट के दावेदार यहां पहुंचने वाले थे लेकिन कार्यालय में बैठने की व्यवस्था नहीं होने के कारण ज्यादातर कार्यकर्ता खड़े ही रहें. वहीं जब मंच पर बोलने के लिए पूर्व विधायक सांसद भरतराम मेघवाल को आमंत्रित किया गया, तभी कार्यकर्ता राजेश थाकन और संजय धारीवाल खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि 'जो लोग टिकट का आवेदन कर रहे हैं, उन्हें मंच पर नहीं बोलने दिया जाए.' इसके साथ-साथ कार्यकर्ताओं ने कहा कि कार्यकर्ताओं का उचित सम्मान नहीं है. ऐसे में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई. मामला बढ़ते देख सादुलशहर विधायक जगदीश जांगिड़ और कांग्रेस के जिला प्रभारी जिया उर रहमान ने बीच बचाव कर मामला शांत किया.
प्रमोद जैन भाया और राखी गौतम ने की वन टू वन मुलाकात
इसके बाद पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम ने टिकट के दावेदारों से अलग कमरे में वन टू वन मुलाकात की और उनका फीडबैक जाना. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वे टिकट के दावेदारों और कार्यकर्ताओं की भावनाओं को शीर्ष के नेताओं तक रखेंगे, उन्हें उम्मीद है की टिकट वितरण के दौरान इन भावनाओं का पूरा ख्याल रखा जाएगा.
भाजपा पर बरसे प्रमोद जैन भाया
प्रदेश की पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए जिलों में से 7 जिलों पर आपत्तियों की खबरों पर भी प्रमोद जैन भाया ने बोलते हुए कहा कि 'पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जरूरत के अनुसार बड़ी सहजता से नए जिले बनाए. अब भाजपा की सरकार आ गई है और अब यह उनका सोचना है कि वह जिलों को रद्द करते हैं या बनाए रखते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता ठीक ढंग से प्रचार प्रसार नहीं कर पाते और भाजपा के नेता बड़ी आसानी से एक झूठ को कई बार बोलकर लोगों को भ्रमित कर देते हैं.'
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