राजस्थान में मतदाता सूची की SIR प्रक्रिया के बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पर राष्ट्रीय स्तर के एक कवि को जीते जी मृत घोषित कर वोटर लिस्ट से नाम हटा दिया गया है. एसआईआर प्रक्रिया में इतनी बड़ी लापरवाही बीएलओ की वजह से हुई है. जब कवि को उनका नाम मतदाता सूची से हटाने के बारे में जानकारी मिली तो वह अधिकारियों के पास दौड़े-दौड़े पहुंचे और मदद की गुहार लगाई है.
कवि गोपानाथ चर्तित को मृत घोषित किया
दरअसल, बीएलओ की इस तरह की लापरवाही का मामला सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर सिटी है, जहां पर शहर के एक ऐसे चर्चित व्यक्ति गोपीनाथ 'चर्चित' को जीते जी ही बीएलओ ने मृत घोषित कर दिया और मतदाता सूची से उनके नाम काटने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया. बड़ी बात है कि गोपीनाथ राष्ट्रीय स्तर के हास्य और व्यंग के कवि हैं. कई टीवी कार्यक्रमों में अपनी कविताओं से श्रोताओं को गुदगुदाते रहे हैं.
अधिकारियों से मदद की लगाई गुहार
राष्ट्रीय स्तर के कवि गोपीनाथ गंगापुर सिटी में वार्ड नंबर 33, नहर रोड स्थित धनवंतरी कॉलोनी के निवासी हैं. उन्होंने बताया कि बिना किसी तथ्यात्मक जांच के उनका नाम मतदाता सूची से काट दिया गया, जिससे वे बेहद परेशान और आहत हैं. गोपीनाथ 'चर्चित' ने इस अनियमितता के खिलाफ उपखंड कार्यालय में अधिकारियों से गुहार लगाई है. उनका कहना है कि वे पूरी तरह स्वस्थ और जीवित हैं. इसके बाद भी बीएलओ द्वारा लापरवाहीपूर्ण तरीके से उन्हें मृत घोषित कर नाम हटाया गया.
BLO पर लगाए लापरवाही के आरोप
उन्होंने बीएलओ पर गंभीर अनियमितताओं और लापरवाही के आरोप लगाए हैं. कवि का कहना है कि वे कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. स्थिति यह है कि राष्ट्रीय स्तर पर पहचान रखने वाले कवि को “मृत” मानकर सूची से बाहर कर दिया गया है, और अब उन्हें अपने ही जीवित होने के सबूत देने पड़ रहे हैं. प्रशासनिक लापरवाही और एक बीएलओ की उदासीनता के चलते हास्य और व्यंग के इस राष्ट्रीय कवि को दर-दर भटकना पड़ रहा हैं.
दूसरी तरफ एसडीएम और निर्वाचन अधिकारी बृजेंद्र मीणा ने बताया कि कवि महोदय की शिकायत पर गौर करते हुए बीएलओ छोटू खान को नोटिस जारी करके जानकारी मांगी गई है. वहीं इनका नाम मतदाता सूची में दर्ज करने के आदेश दे दिए गए हैं.
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