विज्ञापन

आर्मी और पुलिस की नौकरी छोड़ सरकारी शिक्षक बने भूपाल सिंह ने तोड़ी थी मंदिर की प्रतिमाएं, पहले भी रामायन फेंक कर चुका बवाल

आर्मी और पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद सरकार टीचर की जिम्मेदारी निभा रहे एक शख्स को पुलिस ने मंदिर में भगवान की प्रतिमाएं खंडित करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. मामला राजस्थान के दौसा जिले से सामने आया है.

आर्मी और पुलिस की नौकरी छोड़ सरकारी शिक्षक बने भूपाल सिंह ने तोड़ी थी मंदिर की प्रतिमाएं, पहले भी रामायन फेंक कर चुका बवाल
आरोपी शिक्षक और मंदिर की खंडित प्रतिमा.

राजस्थान के दौसा जिले में बीते दिनों एक प्राचीन मंदिर में स्थापित भगवान की कई प्रतिमाएं खंडित मिली थी. इस घटना के बाद कुछ दिनों से सांप्रदायिक माहौल बिगड़ा था. पुलिस केस भी दर्ज कराई गई थी. अब पुलिस ने मामले का चौंकाने वाला खुलासा किया है. इस मामले का आरोपी सरकारी टीचर है. बुधवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है. आरोपी टीचर की पहचान भूपाल सिंह के रूप में हुई है. वह टीचर की नौकरी में आने से पहले आर्मी में था. आर्मी की नौकरी के बाद बाद वह राजस्थान पुलिस में शामिल हुआ. और फिर पुलिस की नौकरी भी छोड़ कर सरकारी टीचर बना था.  बताया गया कि वो इससे पहले भी धार्मिक उन्माद बढ़ाने वाला कांड कर चुका है. 

दरअसल बुधवार को दौसा पुलिस ने महवा थाना इलाके के गाजीपुर गांव में प्राचीन हनुमान जी और शिव मंदिर की प्रतिमाएं खंडित करने वाले मामले का पर्दाफाश किया. पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी भूपाल सिंह को किया गिरफ्तार किया है. आरोपी सरकारी अध्यापक भी है. बताया गया कि आरोपी सरकारी टीचर सनकी किस्म का आदमी है. टीचर से पहले आर्मी जवान था.

पेट में गोली लगने के बाद छोड़ी थी आर्मी की नौकरी

लेकिन पेट में गोली लगने के बाद यह तीन साल बाद आर्मी की नौकरी छोड़कर राजस्थान पुलिस मे भर्ती हो गया. साल 2022 में मौजा गाजीपुर गांव में धार्मिक आयोजन में रामायण  को फेंककर बवाल भी कर चुका है. दौसा जिला पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा ने बताया कि मौजा गाजीपुर के प्राचीन हनुमान मंदिर मे शिव परिवार व हनुमानजी की मूर्ति खण्डित करने व तोड़ने की चोरी की वारदात को खुलासा करना पुलिस को बड़ी चुनौती थी. इस घटना के कारण लोगों मे काफी आक्रोश भी था. बीते दिनों ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन की चेतावनी भी दी थी.

पुलिस ने स्पेशल टीम गठित कर मामले का किया खुलासा

ऐसे में पुलिस ने स्पेशल टीम गठित की. जितेन्द्र सिह सोलंकी पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में गठित स्पेशल टीम ने घटनास्थल के आस-पास की सूचनाओं से मौजा गाजीपुर के भूपाल सिंह पुत्र हुकम सिंह राजपूत निवासी गाजीपुर, महवा को गिरफ्तार किया. भूपाल सिंह सरकारी अध्यापक भी है और वो इस गतिविधियां संदिग्ध पाया गया. जिसको दस्तयाब कर गहनता से पूछताछ की गई तो उसने घटनाक्रम को अंजाम देना स्वीकार किया. 

19 मई को पुलिस केस हुआ था दर्ज

बताते चले कि मामला 19 मई 2024 का है. जब परिवादी मधुराज सिंह राजपूत पुत्र दुर्गा सिंह राजपूत निवासी गाजीपुर थाना महवा ने एक रिपोर्ट दी. जिसमें उसने बताया कि गांव गाजीपुर में प्राचीन हनुमान जी व शिव परिवार मंदिर स्थापित है. 18 मई की रात अज्ञात आरोपी शिव परिवार एवं हनुमानजी की मूर्तियों की तोड़फोड़ करने से हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. गांव के लोगों में काफी रोष व्याप्त है. बदमाश भूपाल सिंह पुत्र हुकम सिंह राजपूत निवासी गाजीपुर, महवा को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए एक लोहे का सब्बल, मंदिर की आरती की घण्टी भी बरामद की है.

यह भी पढ़ें - भजनलाल सरकार के निर्बाध बिजली आपूर्ति के निर्देश का दौसा में खुल रहा पोल, अधिकारी-कर्मचारी लापरवाह

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
Rajasthan: श्रीसांवलिया सेठ के दान पात्र से निकले नोटों को गिनने में लगे पांच दिन, जानें कितने करोड़ चढ़ावे में आया
आर्मी और पुलिस की नौकरी छोड़ सरकारी शिक्षक बने भूपाल सिंह ने तोड़ी थी मंदिर की प्रतिमाएं, पहले भी रामायन फेंक कर चुका बवाल
ACB took swift action in four districts in Rajasthan, inspector, patwari, constable and doctor arrested
Next Article
राजस्थान में ACB ने चार जिलों में किया ताबड़तोड़ एक्शन, पकड़े गए इंस्पेक्टर, पटवारी, कांस्टेबल और डॉक्टर
Close