
Rajasthan GST Scam: राजस्थान में टैक्स चोरी के कई मामले सामने आ चुके हैं. पिछले साल यानी साल 2024 दिसंबर में राजधानी जयपुर में DGGI यानी डायरेक्टोरेट जनरल जीएसटी इंटेलिजेंस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 करोड़ रुपये के घोटाले को पकड़ा थे. इस मामले में छापेमारी में DGGI की टीम ने 4 करोड़ से ज्यादा के नकद जब्त किये थे. अब नया मामला अजमेर से आया है. जहां 50 से 100 करोड़ का फर्जीवाड़ा टैक्स चोरी के जरिए किया गया है. इससे सरकार के करोड़ों के टैक्स का घोटाला हुआ है.
अजमेर जिले के मार्बल सिटी किशनगढ़ में करोड़ों रुपए के टैक्स चोरी के बड़े मामले का खुलासा हुआ है. सेंट्रल जीएसटी (CGST) और डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) की संयुक्त टीमों ने मंगलवार को सरदार सिंह की ढाणी, काली डूंगरी और तिलोनिया सहित चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की.
बताया जा रहा है कि यह स्कैम मजदूर वर्ग के लोगों के नाम फर्जी कंपनी बना कर करोड़ों रुपए के बिल जारी किये गए हैं.
ड्राइवर के नाम पर बिल
सूत्रों के अनुसार, आरोपितों ने रिक्शा चालकों, ऑटो चालकों और छोटे व्यापारियों के नाम पर फर्जी कंपनियां बनाकर करोड़ों रुपए के बोगस बिल जारी किए. इन बिलों के जरिए मार्बल और ग्रेनाइट पर लगने वाली जीएसटी से बचते हुए टैक्स चोरी की जा रही थी. टीमों को शुरुआती जांच में करोड़ों रुपए के फर्जी बिल और दस्तावेज मिले हैं. अनुमान है कि फर्जीवाड़े का आंकड़ा 50 करोड़ से 100 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है.
नेटवर्क खंगालने पर होगा और बड़ा खुलासा
छापेमारी में नरेंद्र, हंसराज, भरत और बालवीर के ठिकानों को टारगेट किया गया है. जयपुर और अजमेर से पहुंची DGGI की टीमें पूरे दिन कार्यवाही में जुटी रही और देर शाम तक इस मामले में बड़ा खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है. अधिकारियों का मानना है कि यह संगठित तरीके से चल रहा एक बड़ा नेटवर्क है, जिसमें स्थानीय और बाहरी कारोबारी शामिल हो सकते हैं. फिलहाल दस्तावेजों की जांच, डिजिटल डेटा खंगालने और संदिग्धों से पूछताछ का काम जारी है.
यह भी पढ़ेंः राजसमंद में एसीबी का बड़ा एक्शन, VDO और सहयोगी 15,000 की रिश्वत लेते ट्रैप