Delhi-Mumbai expressway: नागौर लोकसभा सांसद और आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल बीते गुरुवार को लोकसभा में दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai expressway) में तकनीक खामियों पर सवाल पूछा. साथ ही राजस्थान के विभिन्न जिलों से गुजर रहे इस एक्सप्रेसवे के लिए अवाप्त की गई सिंचित भूमि का कम मुआवजा देने का भी मुद्दा उठाया. उनके इस सवाल पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने जवाब देते हुए कहा कि अगर ठेकेदार गड़बड़ी करेगा तो बुलडोजर के नीचे डलवा दूंगा.
दरअसल, बेनीवाल ने मंत्री गडकरी के लिखित जवाब पर पूरक सवाल पूछा था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश की आधारभूत संरचना का उत्कृष्ट उदाहरण बताते हुए जिस दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले फेज का उद्घाटन 12 फरवरी 2023 में किया. यह देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है, जिसके निर्माण में 1 लाख करोड़ रुपए व्यय का बजट रखा गया. उस एक्सप्रेसवे के घटिया निर्माण की सच्चाई चंद महीनो में उजागर हो गई.
एक्सप्रेसवे पर अब तक 150 मौतें, सिर्फ दौसा में ही 50- बेनीवाल
उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेसवे पर अब तक 150 से अधिक मौतें दुर्घटना के चलते हुई, जिसमें 50 मौतें तो केवल दौसा जिले में हुई. हाल ही में कोटा जिले मे इस एक्सप्रेसवे पर निर्माणाधीन टनल में हादसा पर भी चिंता जाहिर की. सांसद ने कहा कि गुणवता में कुछ कमियां देखी गई और मंत्री ने अंतिम जांच रिपोर्ट के आधार पर ठेकेदारों और पर्यवेक्षण सलाहकारों के खिलाफ सख्त कार्यवाही बात कही. ऐसे में अंतिम जांच रिपोर्ट कितने दिनों में आएगी और उन दोषी व्यक्तियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी, जो 1 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट में गंभीर लापरवाही के लिए जिम्मेदार है?
बेनीवाल का सवाल- तकनीकी खामी में कब तक किया जाएगा सुधार
आरएलपी सुप्रीमो ने कहा, "एनएचएआई के अधिकारियों को केवल कारण बताओ नोटिस देकर पीछा छोड़ देने से इसमें सुधार संभव नहीं है. इस एक्सप्रेसवे के दौसा- सोहना खंड के निर्माण में डामर और अन्य मटेरियल से पहले अर्थ कॉम्पेक्शन बहुत जरुरी था, जो सही से नहीं किया गया. तकनीकी विशेषज्ञ के मुताबिक, मिटटी की 6 इंच की प्रत्येक परत पर रोलर से प्रॉपर कुटाई नहीं कीॉ. ऐसे में सड़क कई जगह ऊंची- नीची है. इस तकनीकी खामी में कब तक व्यापक सुधार कर लिया जायेगा?"
केंद्रीय मंत्री ने दिया यह जवाब
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संसद बेनीवाल के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यह एक्सप्रेसवे भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है, जिसमें विदेशी तकनीक का प्रयोग किया गया है. उन्होंने कहा कि कोई ठेकेदार गड़बड़ी करेगा तो उसको बुलडोजर के नीचे डलवा देंगे. वहीं, मंत्री ने सदन में लापरवाह अधिकारियों को निलंबित करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया.
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