Hanumangarh Ethanol Factory Issue: राजस्थान के हनुमानगढ़ में 10 दिसंबर को एथेनॉल फैक्ट्री निर्माण को लेकर महापंचायत के बाद हुई आगजनी, बवाल, लाठीचार्ज, तोड़फोड़ के बाद से लगातार किसान और प्रशासन आमने सामने थे. जिस पर शुक्रवार (12 दिसंबर) की शाम जिला कलेक्ट्रेट में हुई किसानों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की वार्ता के बाद बड़ा फैसला सामने आया. सादुलशहर विधायक गुरवीर सिंह बराड़ के प्रयासों से किसान संगठनों का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कलेक्ट्रेट सभागार में वार्ता के लिए पहुंचा, जहां दोनों पक्षों के बीच विस्तृत चर्चा के बाद महत्वपूर्ण सहमति बनी.
सहमति के मुख्य बिंदु
- एथेनॉल फैक्ट्री के मानकों की जांच की जाएगी.
- पर्यावरणीय प्रभाव की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी.
- और भूजल पर पड़ने वाले असर की भी जांच की जाएगी.
- जांच पूरी होने तक फैक्ट्री परिसर में सभी प्रकार का निर्माण कार्य रोक दिया जाएगा.
किसान प्रतिनिधिमंडल को जिला कलेक्टर द्वारा उपरोक्त सहमतियों को लिखित रूप में सौंपा गया.
उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में हुई बैठक
वार्ता बैठक में एडीजी वी.के. सिंह, संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा, जिला कलेक्टर खुशाल यादव, एसपी हरी शंकर सहित जिले के सभी कई अधिकारी मौजूद रहे. वहीं भाजपा विधायक गुरवीर बराड़, भाजपा प्रदेश मंत्री विजेंद्र पुनिया, पूर्व विधायक धर्मेंद्र मोची, पूर्व विधायक गुरदीप शाहपिनी, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू, देवेंद्र पारीक सहित कई नेता उपस्थित रहे. सभी ने मिलकर किसान प्रतिनिधिमंडल से एथेनॉल फैक्ट्री से जुड़ी समस्या और आशंकाओं पर चर्चा की और समाधान को लेकर उच्च स्तरीय जांच होने तक यथास्थिति पर सहमति बन गई.
किसान बोले- “कुछ हद तक हमारी बातें मानी गईं”
वार्ता के बाद किसान प्रतिनिधि कामरेड जगजीत सिंह ‘जग्गी' ने कहा कि प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति जताई है और किसानों की कुछ मांगों को माना गया है. हालाँकि उन्होंने साफ कहा कि 17 दिसंबर की किसान महापंचायत यथावत रहेगी, उसी दिन आंदोलन की आगे की रणनीति तय होगी. किसान प्रतिनिधि के अनुसार अभी संघर्ष समाप्त नहीं हुआ है, लेकिन आज की बैठक के बाद आगे की राह थोड़ी आसान हुई है.
अब माहौल शांत होने की उम्मीद
सहमति बनने के बाद राठीखेड़ा व आसपास के इलाकों में पिछले तीन दिनों से बना तनाव काफी हद तक कम होने की उम्मीद जागी है. अभी क्षेत्र में पुलिस बल की भारी तैनाती है, लेकिन माना जा रहा है कि स्थिति सामान्य होने पर टिब्बी क्षेत्र में तैनात भारी पुलिस जाप्ता जल्द घटाया जा सकता है.
जल्द हो सकती है इंटरनेट सेवा बहाल
क्षेत्र में पिछले तीन दिन से बंद पड़ी मोबाइल इंटरनेट सेवा भी जल्द बहाली की उम्मीद बढ़ गई है. सहमति के बाद क्षेत्र में तनाव में कमी आने की संभावनाओं के चलते जिला प्रशासन जल्द स्थितियों की समीक्षा के बाद इंटरनेट सेवा बहाली के आदेश जारी कर सकता है. इंटरनेट बंद होने के सभी तरह के कार्यों पर प्रभाव देखने को मिल रहा था.
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