Lok Sabha Election 2024: महज छह माह पूर्व आदिवासी नेताओं ने नए राजनीतिक संगठन 'भारतीय आदिवासी पार्टी' की नींव रखी और इस पार्टी ने राजस्थान-मध्यप्रदेश के आदिवासी इलाके में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के सामने न सिर्फ चुनौती पेश की, बल्कि चार सीटों पर जीत भी हासिल की है. वहीं, अब भारत आदिवासी पार्टी अपना पहला सांसद देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेजने के लिए पूरे दमखम के साथ लोकसभा चुनाव लड़ रही है.
आठ में से पांच विधानसभा क्षेत्र में तेजी से बढ़त हासिल
गत विधानसभा चुनावों में भारत आदिवासी पार्टी ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र के आठ विधानसभा क्षेत्र में से पांच विधानसभा क्षेत्र में पहले या दूसरे स्थान पर रह कर अन्य पार्टियों को चौंका दिया था. भारत आदिवासी पार्टी ने जहां डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी को हराकर बड़ी जीत हासिल की थी.
यहां से वर्तमान विधायक और बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी राजकुमार रोत ने भाजपा प्रत्याशी को भारी मतों से हराया था. वहीं, भारत आदिवासी पार्टी डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा और डूंगरपुर विधानसभा चुनाव में दूसरे स्थान पर रही थी. इसी तरह बांसवाड़ा जिले की घाटोल और बागीदौरा विधानसभा चुनाव में भी दूसरे स्थान 'बाप' ने लोकसभा चुनावों में अपना जनाधार बढाने और लोकसभा में प्रतिनिधि भेजने के लिए प्रत्याशी घोषित किया है.
कांग्रेस चाहती है 'बाप' से गठबंधन
जनजाति क्षेत्र में तेजी से बढ़ रही भारत आदिवासी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कांग्रेस पार्टी काफी गंभीर नजर आ रही है. जिससे की वह भारतीय जनता पार्टी को चुनावों में पटखनी दे सके. इससे वह एक तीर से दो निशाना साधना चाहती है. एक तो वह कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए महेंद्रजीत सिंह मालवीया को हराना चाहती है तो वहीं प्रदेश में भाजपा के मिशन 25 को रोकना भी चाहती है. हालांकि अभी तक कांग्रेस पार्टी ने इसका एलान नहीं किया है. लेकिन अभी तक प्रत्याशी भी घोषित नहीं किया है.