Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को निम्बाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी (Shrichand Kriplani ) ने सरकार से प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (PMUY) को लेकर एक सवाल पूछा, जिसे सुनकर सदन में सभी ठहाके लगाकर हंसने लगे. विधायक ने पूछा कि जिनकी अभी तक शादी नहीं हुई और वो गरीब तबके में आते हैं, क्या ऐसे पुरुषों को गैस कनेक्शन देने की मंशा सरकार रखती है या नहीं?
'हम केंद्र के नियम से बंधे हैं'
इसका जवाब देते हुए मंत्री सुमित गोदारा ने कहा, 'वर्तमान में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत रसोई गैस कनेक्शन सिर्फ ऐसी महिलाओं को दिए जाते हैं जो इस पात्रता को पूरी करती हैं. इस दौरान कनेक्शन की पात्रता का निर्णय केंद्र सरकार द्वारा लिया जाता है. निम्बाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी का प्रश्न आज के समय प्रासंगिक है, क्योंकि पहले ज्वाइंट फैमिली होती थी, मगर अब एकल पुरुष होने लगे हैं. इस पर सभी चर्चा करते हैं, मगर हम केंद्र के नियमों से बंधे हुए हैं.'
'राज्य सरकार दे लाभ'
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोदारा का यह जवाब सुनकर श्रीचंद कृपलानी ने कहा, 'आप नियमों से बंधे हो ठीक है. मगर किसान सम्मान निधि भी केंद्र सरकार की योजना है. मगर, राज्य सरकार तो उसने पात्रों को एक्सट्रा 6 हजार रुपये किसानों को दे रही है. उसी तरह उज्जवला योजना के पात्रों को 450 रुपये का लाभ राजस्थान सरकार ने ही दिया है. तो क्या इसी तरह राजस्थान सरकार ऐसे एकल पुरुष-महिला को लाभ देने का कोई विचार नहीं रखती?' इस जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि अभी तक कनेक्शन किसे देना है यह फैसला केंद्र सरकार ही करती है. यदि भविष्य में इस तरह के अगर कोई नियम बनते हैं तो निश्चित तौर पर इस पर अमल किया जाएगा.
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