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This Article is From Sep 26, 2023

Human Story: परिवार ने ब्रेन डेड बेटे के अंग किए दान, चार जरूरतमंदों के लिए बना वरदान

बेटे की मौत से आहत परिवार ने रविवार को बेटे के अंगों को दान की स्वीकृति दी. मौत के बाद भावेश की 2 किडनी, हार्ट और लिवर का दान किया गया. ऐसा करके भावेश सिविल अस्पताल में 133 वें ब्रेन डेड अंगदाता बने हैं.

Human Story: परिवार ने ब्रेन डेड बेटे के अंग किए दान, चार जरूरतमंदों के लिए बना वरदान
प्रतीकात्मक तस्वीर
डूंगरपुर:

मौजूदा दौर में सबसे बड़ा दान अंगदान होता है, जिससे किसी दूसरे को जीवन संवर सकता है. डूंगरपुर जिले के पुनाली गांव के एक परिवार ने इसको चरितार्थ कर दिखाया है. परिवार ने अपने जिगर के टुकड़े भावेश जोशी (28) की असामयिक मौत के बाद उसके अंगों का दान करने का निर्णय लिया. परिवार के अंगदान के निर्णय से जरूरतमंद 4 लोगों को नया जीवन मिल गया.

भावेश जोशी को लगातार सिर में दर्द की शिकायत थी. 20 सितम्बर को इस स्थिति के चलते उन्हें दिमागी दौरा पड़ा था. इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया. डॉक्टरों द्वारा टेस्ट किए जाने पर भावेश में ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई. 3 दिनों तक इलाज के बाद रविवार को डॉक्टरों द्वारा ब्रेन का एक विशेष टेस्ट किया गया, जिसके बाद शनिवार को भावेश को ब्रेन डेड घोषित कर दिया.

भावेश जोशी की ब्रेन हेमरेज से हुई थी मौत

भावेश का गत दिनों ब्रेन हेमरेज होने के कारण गुजरात अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन शनिवार को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. बेटे की मौत से आहत परिवार ने रविवार को बेटे के अंगों को दान की स्वीकृति दी. मौत के बाद भावेश की 2 किडनी, हार्ट और लिवर का दान किया गया. ऐसा करके भावेश सिविल अस्पताल में 133 वें ब्रेन डेड अंगदाता बने हैं.

भावेश को लगातार सिरदर्द की थी शिकायत

डूंगरपुर जिले के पुनाली गांव के निवासी भावेश जोशी को लगातार सिर में दर्द की शिकायत थी. 20 सितम्बर को इस स्थिति के चलते उन्हें दिमागी दौरा पड़ा था. इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया. डॉक्टरों द्वारा टेस्ट किए जाने पर भावेश में ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई. रविवार को डॉक्टरों द्वारा 3 दिनों तक इलाज के बाद ब्रेन का एक विशेष टेस्ट किया गया, जिसके बाद शनिवार को भावेश को ब्रेन डेड घोषित कर दिया. मानवीय सेवा की भावना से  पिता खुशीलाल, भाई श्रीकांत ने भावेश के अंगों को दान करने की इच्छा जाहिर की और रविवार को भावेश जोशी के 4 अंगों का दान कर दिया.

अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भावेश जोशी के परिजनों की ओर से किए गए अंगदान से 4 लोगों को नया जीवन मिला है. अस्पताल में अब तक 133 ब्रेन डेड दाताओं की ओर से 429 अंगदान में मिल चुके हैं. इनके माध्यम से 412 लोगों को नया जीवन मिल चुका हैं.

मरीज को ट्रांसप्लांट किया गया भावेश के हृदय

अहमदाबाद के सिविल अस्पताल स्थित रीट्राइवल सेंटर में मिले चार अंगों में से हृदय को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से मरेंगो सिम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां जरूरतमंद मरीज को भावेश के हृदय का ट्रांसप्लांट किया गया. इसके अलावा 2 किडनी और लिवर का ट्रांसप्लांट सिविल अस्पताल कैंपस स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजिज एंड रिसर्च सेंटर में किया गया.

भावेश जोशी के अंगदान से 4 लोगों को नया जीवन मिला

अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भावेश जोशी के परिजनों की ओर से किए गए अंगदान से 4 लोगों को नया जीवन मिला है. अस्पताल में अब तक 133 ब्रेन डेड दाताओं की ओर से 429 अंगदान में मिल चुके हैं. इनके माध्यम से 412 लोगों को नया जीवन मिल चुका हैं.

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