Vishnu organ donation gave life to 8 people in Jhalwar: अंगदान के जरिए आठ लोगों को नया जीवन देकर अमर होने वाले झालावाड़ (Jhalwar) के विष्णु की मौत का राज खुल गया है. पुलिस का मानना है कि विष्णु के सिर पर लाठी या किसी भारी वस्तु से चोट मारने के निशान हैं. गंभीर हालत होने के बावजूद भी परिजनों ने उसे रातभर घर पर ही रखा. दूसरे दिन 11 दिसंबर को उसे बेहोशी की हालत जिला एसआरजी अस्पताल लेकर आए. यहां उसका ऑपरेशन भी किया गया, लेकिन उसके मस्तिष्क ने काम करना बंद कर दिया. इस पर अस्पताल में उसे ब्रेनडेड घोषित कर दिया गया. वहीं, हत्या के मामले में मृतक के भाई महेश प्रसाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पहले इस मामले में जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया गया था. जबकि अब आरोपी के खिलाफ हत्या सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. दूसरी ओर, विष्णु की मौत के बाद अंगदान के चलते 8 लोगों को जीवनदान मिल गया.
नशे में धुत दोनों भाईयों के बीच हो गई थी बहस
पुलिस के अनुसार 10 दिसंबर की रात पीपाजी का बाग, मानपुरा निवासी विष्णु प्रसाद और उसके भाई महेश प्रसाद में किसी बात पर विवाद हो गया. दोनों ने शराब भी पी रखी थी. नशे में धुत दोनों भाईयों के बीच काफी देर तक बहस हुई और विवाद बढ़ने पर महेश ने विष्णु को धक्का दे दिया. पत्थर से सिर टकराने के चलते विष्णु गंभीर रुप से घायल हो गया.
दोनों भाईयों के झगड़े के चलते टूट गया था विष्णु का परिवार
जानकारी के मुताबिक, विष्णु नशे का आदी था. दोनों भाइयों में लड़ाई झगड़े के कारण उसकी पत्नी अनिता और छोटा बेटा उससे अलग रह रहे थे. 11 दिसंबर को भी बड़े बेटे राजकुमार ने ही विष्णु प्रसाद को अस्पताल में भर्ती करवाया था. डीएसपी हर्षराजसिंह खरेड़ा ने बताया कि पांच दिन पूर्व विष्णु का उसके भाई महेश से झगड़ा हो गया था, इसी में विष्णु घायल हुआ था. इसके बाद आरोपी भाई के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया था. रविवार को उसे मृत घोषित करने पर यह मामला अब हत्या में दर्ज कर लिया है.
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