Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल (Ummeda Ram Beniwal) का बाड़मेर के धोरीमना में आयोजित सम्मान समारोह और धन्यवाद सभा अखाड़े में बदल गया. मंच पर शुरू हुई बात कांग्रेस नेताओं के बीच मारपीट तक आ पहुंची. जब पूर्व प्रधान कांग्रेस के पूर्व विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी को बोतल मारने उठे. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं और खुद सांसद ने बीच बचाव कर नेताओं को अलग किया. वहीं खुले मंच से विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के लिए छिपा रोष भी देखने को मिला. जबकि बेदाग छवि वाले नेता माने जाने वाले हेमाराम चौधरी पर भी बड़े आरोप लगते हुए नजर आए.
विवाद कांग्रेस के जाट समाज के नेताओं के बीच ज्यादा नजर आया. इसके चलते बात हाथापाई तक पहुंची जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वीडियो में सांसद खुद इन नेताओं के बीच-बीच बचाव करते हुए नजर आ रहे है.
क्या है पूरा विवाद
पूरा विवाद 2023 विधानसभा चुनाव से जुड़ा हुआ है. चुनाव से पहले तत्कालीन विधायक और दिग्गज जाट नेता हेमाराम चौधरी गुड़ामालानी विधानसभा से राजनीति से सन्यास की घोषणा करते हुए, चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था. हेमाराम चौधरी के बाद लंबे समय से धोरिमना से प्रधान रहे ताजाराम चौधरी दावेदारी कर रहे थे. लेकिन टिकट ऐन वक्त पर भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए कर्नल सोनाराम चौधरी को मिली. लेकिन चुनाव में कर्नल सोनाराम चौधरी भजनलाल शर्मा सरकार में राज्य मंत्री केके विश्नोई से चुनाव हार गए. इसके बाद से लगातार कर्नल सोनाराम चौधरी कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर भीतरघात करने के आरोप लगा रहे थे. पूर्व प्रधान ताजाराम चौधरी हेमाराम चौधरी पर अपनी राजनीतिक जमीन खिसकने के डर के चलते उनकी राजनीतिक हत्या करने के लिए टिकट उन्हें ना दिलाकर सोनाराम को दिलाने के आरोप लगा रहे थे.
क्या हुआ सम्मान समारोह में की बात हाथापाई तक पहुंची
दरअसल, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से प्रत्याशी रहे पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने बिना नाम लिए मंच से कहा की विधानसभा चुनाव के दौरान जिन नेताओं ने पैसे और पेट्रोल पंप से डीजल भरवाने के नाम पर उनसे वसूली की. उन्हें ब्याज सहित पैसे वापस देने होंगे, नहीं तो उन्हें पैसे वसूलने आते हैं. वो डंडा करके पैसे वापस ले लेंगे इस पर पूर्व प्रधान भड़क गए और हाथ में खाली बोतल लेकर कर्नल सोनाराम चौधरी को मारने की कोशिश की. लेकिन इस दौरान मंच पर मौजूद नव निर्वाचित सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल और हेमाराम चौधरी सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीच बचाव कर मामले को शांत करवाने की कोशिश की.
सोनाराम चौधरी पर डीजल के 10 लाख नहीं देने का आरोप
पूरे मामले को लेकर पूर्व प्रधान ताजा राम चौधरी का कहना है कि 2023 विधानसभा चुनाव में वह हेमाराम चौधरी के समर्थक थे. उन्होंने हर चुनाव में हेमाराम चौधरी का साथ दिया. इस चुनाव में हेमाराम चौधरी ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया, जिसके बाद गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र से वह टिकट के सबसे बड़े दावेदार थे. लेकिन हेमाराम चौधरी को अपनी राजनीतिक जमीन खिसकने का डर था, इस वजह से उन्होंने उनकी राजनीतिक हत्या करने के लिए टिकट कटवाया और भाजपा से इन वक्त पर कांग्रेस में शामिल हुए. कर्नल सोनाराम चौधरी को प्रत्याशी बनवाया. हालांकि इसके बाद हम लोगों के बीच समझौता हो गया था. इसके बाद हम लोगों ने मजबूती से कांग्रेस प्रत्याशी कर्नल सोनाराम चौधरी के साथ रहे इस दौरान चुनाव प्रचार में कर्नल सोनाराम चौधरी द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गाड़ियों को किराए पर लिया गया. उन गाड़ियों में डीजल और पेट्रोल भरवाने के लिए धोरीमना में स्थित उनके पेट्रोल पंप पर अकाउंट रखवाया गया था. जिसके माध्यम से चुनाव के दौरान करीब 10 लाख रुपए का डीजल उन्होंने कर्नल सोनाराम चौधरी के कहने पर उधार भरवारा. लेकिन चुनाव बीतने के बाद पैसे मांगे तो उन्हें चेक दिया, लेकिन चुनाव हारने के बाद चेक रिटर्न करवा दिये.
जब पैसों को लेकर कर्नल सोनाराम चौधरी से बात की तो उन्होंने कहा की आप लोगों ने मिलकर मेरे साथ भीतर घाट किया और उन्हें चुनाव हरा दिया. आरोप लगाया की चुनाव के दौरान उनके बेटे से पैसे आप लोगों ने पैसे लिए वो लौटने पड़ेंगे. इस बात को लेकर कर्नल सोनाराम चौधरी उनसे विवाद करना चाहते थे. उनकी पूरी प्लानिंग थी कि नवनिर्वाचित सांसद के सम्मान समारोह के दौरान अपने गुर्गों से मारपीट करवाने की, लेकिन इसमें वह सफल नहीं हो पाए तो उन्होंने अपनी भड़ास निकालने के लिए मंच से अनर्गल भाषण दिया.
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