
SI Paper Leak 2025: एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में RPSC के सदस्य रामू राम राईका की बेटी शोभा राईका को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. अदालत ने शोभा राईका की जमानत याचिका मंजूर कर ली है. इसके अलावा दो और आरोपियों आरोपी विजेंद्र और सुरेश को भी सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है. उच्चतम न्यायालय के जस्टिस संजय करोल और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने जमानत याचिका स्वीकार की है. आरोपियों की तरफ से अधिवक्ता वेदांत शर्मा ने की पैरवी की थी.
एसओजी ने सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में 1 सितंबर को आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामू राम राईका को गिरफ्तार कर किया था. आरोप था कि राईका ने अपने बेटे देवेश राईका और बेटी शोभा राईका को परीक्षा से पहले पेपर दिया था. सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के दौरान रामूराम राईका आरपीएससी सदस्य था.
SOG ने SI भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 20 आरोपियों के खिलाफ 29 अक्टूबर को चार्जशीट पेश की थी. चार्जशीट में SOG ने बड़े खुलासे किए हैं. SOG की चार्जशीट के मुताबिक इस पूरे मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग के तत्कालीन चेयरमैन संजय क्षोत्रिय से लेकर सदस्य मंजू शर्मा, संगीता आर्या, जसवंत राठी सबकी भूमिका संदेहास्पद है. इन सभी ने रामू राम राईका के बेटे, बेटियों को फायदा पहुंचाया है.
RPSC चेयरमैन से पहले शोभा और देवेश को मिल गया था पेपर
SOG की चार्जशीट के मुताबिक रामू राम राईका को पेपर बाबूलाल कटारा ने उपलब्ध कराया था. बाबूलाल कटारा को मार्च महीने में तत्कालीन चेयरमैन भूपेंद्र सिंह ने SI भर्ती परीक्षा के लिखित परीक्षा के प्रश्न पत्र तैयार कराने की जिम्मेदारी दी थी. भूपेंद्र सिंह अक्टूबर 2020 से 1 दिसंबर 2021 तक आयोग के चेयरमैन थे. पहले यह परीक्षा एक दिन में आयोजित होनी थी, इसलिए बाबूलाल कटारा ने फर्स्ट पेपर और सेकेंड पेपर के दो दो सेट तैयार कर रख लिए थे.
बाद में परीक्षा तीन दिन आयोजित करने का फैसला किया गया. इसके लिए दोनों पेपर के एक एक अतिरिक्त सेट मंजू शर्मा से लेने के आदेश बाबूलाल कटारा को दिए गए. बाबूलाल ने यह सेट भी ले लिया. सभी 3 सेट उसने अपनी अलमारी में रखे.
SOG ने और क्या बताया था ?
अगस्त के दूसरे सप्ताह में उसने रामू राम राईका को सभी प्रश्न के सेट और उसकी आंसर की की फोटो लेने दी. रामू राम राईका ने फोटो लेने के बाद सभी प्रश्नों को रजिस्टर में लिखकर अपने बेटे बेटी को दे दी. बाबूलाल कटारा ने इसके बाद सीलबंद लिफाफे में यह प्रश्न पत्र और आंसर की तत्कालीन चेयरमैन को सौंपी. इस तरह SOG की जांच में यह पता चला है कि देवेश और शोभा राईका को आयोग के चेयरमैन से पहले ही प्रश्न पत्र मिल गया था.
हालांकि बाबूलाल कटारा को मंजू शर्मा से प्रश्न पत्र के सेट लेने एवं मंजू द्वारा कटारा को सेट देने का कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है. SOG ने इस संबंधमें भी जानकारी मांगी है.
SI पेपर लीक में अब तक 80 से अधिक लोग गिरफ्तार
उल्लेखनीय हो कि एसआई पेपर लीक केस में करीब 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें करीब 50 लोग ट्रेनी सब इंस्पेक्टर हैं. जिन्हें अलग-अलग समय में एसओजी ने राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग अकादमी से गिरफ्तार किया था.
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