Gandhi Vatika Jaipur Inauguration: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में शनिवार को जयपुर में बने गांधी वाटिका का उद्घाटन किया गया. जयपुर के सेंट्रल पार्क में 85 करोड़ की लागत से बने इस गांधी वाटिका में महात्मा गांधी से जुड़ी कई चीजों को आकर्षक तरीके से स्थापित किया गया है. इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने देश भर से पहुंचे 200 से अधिक प्रख्यात गांधीवादियों को संबोधित किया. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने इस उद्घाटन की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए लिखा कि कांग्रेस नफरती राजनीति के खिलाफ लड़ती रहेगी.
शनिवार को जयपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय भवन के शिलान्यास और कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने के बाद शाम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद राहुल गांधी एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के सेंट्रल पार्क में बनी ‘गांधी वाटिका' का लोकार्पण किया.
इस दौरान राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में देश में गांधी दर्शन अत्यंत महत्वपूर्ण है. राज्य सरकार ने महात्मा गांधी के विचारों व मूल्यों से नई पीढ़ी को रूबरू करवाने के लिए यह पहल की है. उन्होंने गांधी वाटिका के लोकार्पण के बाद देशभर से आए 200 से अधिक प्रख्यात गांधीवादियों को संबोधित किया. इस दौरान खरगे, राहुल गांधी एवं अशोक गहलोत वहां आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए.
इस अवसर पर खरगे ने कहा की गांधीजी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की यह पहल सराहनीय है. अन्य राज्यों को भी इसका अनुसरण करना चाहिए. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि गांधीजी को एक व्यक्ति के रूप में न देखकर जीवन जीने के तरीके के रूप में देखना चाहिए। जीवन में भय का स्थान नहीं होना चाहिए.
महात्मा गाँधी जी ने कहा था कि -
— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 23, 2023
"मैं ऐसे भारत के निर्माण के लिए कोशिश करूंगा, जिसमें गरीब से गरीब आदमी भी महसूस करेंगे कि यह देश उनका है, इसमें उनकी आवाज का महत्व होगा। जहां ऊंच नीच का भेद नहीं होगा तथा स्त्रियों को भी वही अधिकार मिलेंगे जो पुरुषों को प्राप्त होंगे।"
आज… pic.twitter.com/djlBMYQs38
मालूम हो कि जयपुर के सेंट्रल पार्क में 85 करोड़ रुपए की लागत से बनी गांधी वाटिका की विषय वस्तु गांधीवादी विचारकों की समिति के मार्गदर्शन में तैयार की गई है. वाटिका के भूतल पर अंग्रेजों के भारत आगमन से लेकर गांधीजी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास तक के कालखंड को पांच हिस्सों में अंकित किया गया है.
वहीं प्रथम तल पर गांधीजी के भारत में अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलनों एवं उनके दर्शन को प्रदर्शित किया गया है. द्वितीय तल पर विशेष पुस्तकालय, सेमिनार हॉल एवं सम्मेलन कक्ष बनाया गया हे। सम्मेलन कक्ष को ‘राजस्थान ने पकड़ी गांधी की राह', ‘गांधी : अपने आइने में मैं' एवं ‘गांधीजी के सपनों का संसार' तीन खंडों में बांटा गया है.
भवन निर्माण में सादगी एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु विशेष रूप से मिट्टी की दीवारें तैयार की गई हैं. साथ ही, 14 हजार पेड़-पौधे लगाए गए हैं। वाटिका में जल-पान स्थल, खुला नाट्य मंच, विमर्श कक्ष जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी.
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, गांधी पीस फाउंडेशन के अध्यक्ष कुमार प्रशांत एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
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