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Rajasthan: 2 साल से स्कूल बनने का इंतजार कर रहे मासूम, झोपड़ी के बाहर जमीन पर बैठकर कर रहे पढ़ाई

इस स्कूल में दो शिक्षक हैं जो कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अपनी समस्या से अवगत करवा चुके हैं. लेकिन अभी तक कोई जिम्मेदार अधिकारी यहां नहीं पहुंचा है.

Rajasthan: 2 साल से स्कूल बनने का इंतजार कर रहे मासूम, झोपड़ी के बाहर जमीन पर बैठकर कर रहे पढ़ाई
जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हुए सरकारी स्कूल के बच्चे.

Rajasthan News: वैसे तो आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा को लेकर सरकारें बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन आज हम शिक्षा से जुड़े एक विद्यालय के बारे में बताएंगे जो हर एक सुविधाओं के कोसों दूर नजर आ रहा है. हम जिस गांव के विद्यालय के बारे में आज आपको बताने जा रहे हैं उस गांव में पूर्ववर्ती कांग्रेस की गहलोत सरकार ने 2022 में राजकीय प्राथमिक विद्यालय की घोषणा की. विद्यालय तो 11 अक्टूबर 2022 को शुरू हो गया, लेकिन आज तक विद्यालय का भवन नहीं बन पाया.

झोपड़ी के बाहर चल रही क्लास

मामला प्रतापगढ़ जिले के धरियावद उपखण्ड क्षेत्र के पहाड़ा ग्राम पंचायत के खजूरी फला का है, जहां 2022 से संचालित राजकीय प्राथमिक विद्यालय के लिए ना तो आज तक भूमि आवंटित हुई है और ना विद्यालय के लिए कोई भवन बन पाया है. NDTV राजस्थान की टीम आज उसी विद्यालय पहुंची तो पूरा मामला सामने निकल कर आया. कक्षा 4 तक संचालित इस प्राथमिक विद्यालय में कुल 46 बच्चे पढ़ते हैं. लेकिन सभी बच्चें एक झोपड़ी के बाहर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं.

अधिकारियों के पास नहीं मिला समाधान

विद्यालय में दो शिक्षक जसवंत मीणा व नरेन्द्र सिंह मीणा अपनी नियमित सेवाएं तो दे रहे हैं. लेकिन विद्यालय भवन के अभाव के चलते आखिर वो भी किन से अपनी परेशानी बयां करें. वैसे तो इन दोनों ही शिक्षकों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कई बार इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन आज दिन तक इस विद्यालय व इन बच्चों की सूद लेने वाला कोई जिम्मेदार अधिकारी यहां नहीं पहुंचा है.

गांव में नहीं आते मोबाइल में सिग्नल

पहाड़ा ग्राम पंचायत की बात करें तो इस क्षेत्र में 5 हजार के लगभग की आदिवासियों की आबादी है, लेकिन आज तक इस गांव के कई किसानों ने मोबाइल का उपयोग नहीं किया है. जिन किसानों के पास मोबाइल है, वह ऊंचे पहाड़ पर पहुंचकर मोबाईल फोन के जरिए बात करते हैं. कई घरों में तो बिजली तक नहीं है. सरकारें आदिवासियों को आगे बढ़ाने के लिए बातें तो बहुत करती है, लेकिन वह बाते सिर्फ कैमरे के सामने ही होती नजर आती है.

महिला को निर्वस्त्र कर परेड कराई

राजस्थान में प्रतापगढ़ जिले के इसी पहाड़ा गांव में वर्ष 2023 में एक आदिवासी गर्भवती महिला को परेड कराई गई थी. गांव में शिक्षा की कमी, बिना नेटवर्क के डिजिटल दुनिया से कोसों दूर इस गांव की और सरकार को ध्यान देने की काफ़ी आवश्यकता है. गांव के आदिवासी सरकार से इस क्षेत्र के विकास के लिए काफी उम्मीदें लगाए बैठे हैं.

खजूरी फला जाने के लिए पथरीला रास्ता

पहाड़ा गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय खजूरी फला जाने के लिए जब हमारी NDTV राजस्थान की टीम पहुंची तो देखा कि विद्यालय जाने के लिए रास्ता बिल्कुल खराब है. विद्यालय से 3 किलोमीटर की दूरी पर हमारे संवाददाता इरफान खान को अपना चौपहिया वाहन को खड़ा कर के एक युवा के साथ बाइक पर बैठकर जाना पड़ा. पथरीले इस उबड़ खाबड़ रास्ते पर आखिर सरकार की नजर कब पड़ेगी, ये तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा.

अधिकारी बोले- भूमि स्थानांतरण की प्रक्रिया जारी

मामले में धरियावद के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी विरेंद्र सिंह शक्तावत ने बताया कि उक्त विद्यालय में भूमि स्थानांतरण की प्रक्रिया चल है. पहले उसका पट्टा नहीं मिल पाया है. पट्टे की प्रक्रिया को लेकर पहाड़ा सरपंच भेरूलाल मीणा अगले सप्ताह उपखण्ड़ अधिकारी के समक्ष उपस्थित होंगे.

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