
Rajasthan Jail Prahari Paper Leak: राजस्थान में 2018 में हुई जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा से जुड़े पेपर लीक मामले में ताबड़तोड़ एक्शन जारी है. शनिवार को पेपर लीक मामले में शामिल तीन जेल प्रहरियों के खिलाफ एक्शन लिया गया. जानकारी के मुताबिक, कारागार विभाग ने पेपर लीक में शामिल 3 जेल प्रहरियों को विभाग द्वारा बर्खास्त कर दिया गया. मुख्यमंत्री को मिलने वाली धमकी के बाद बरती जा रही अतिरिक्त सतर्कता के दौरान दौसा जिले के श्यालावास स्थित सेंट्रल जेल में कार्यरत मेल नर्स राजकुमार शर्मा को जेल में सिम कार्ड ले जाते पकड़ा गया. जिसे गिरफ्तार कर लिया है.
सेंट्रल जेल की हुई थी तलाशी
इसके अलावा विभाग द्वारा जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा में चयनित हुए तीन आरोपियों योगेश कुमार, हरेंद्र सिंह और दीपक मेहता सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. डीआईजी जेल मोनिका अग्रवाल ने कहा कि शनिवार को स्पेशल सेंट्रल जेल श्यालावास दोसा की क्वार्टर गार्ड पर तैनात आरएसी के कॉन्स्टेबल आनंद भाटी द्वारा रोजाना की तलाशी ली जा ही थी.
इसी दौरान मेल नर्स राजकुमार शर्मा की तलाशी ली गई. तलाशी में एक सिम जप्त की गई. आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. डीआईजी अग्रवाल ने बताया कि जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा 2018 पेपर लीक मामले में दर्ज मामले में श्यालवास जेल दौसा में तैनात जेलकर्मी योगेश कुमार पुत्र वीरेंद्र सिंह, दौसा जेल में तैनात हरेन्द्र सिंह पुत्र सिरदार सिंह और झुंझुनू में जेल प्रहरी दीपक मेहता पुत्र विक्रम को पेपर लीक मामले में शामिल होने के आधार पर बर्खास्त कर दिया गया है.
पेपर पढ़कर बने जेल प्रहरी
जांच रिपोर्ट में सामने आया कि ये तीनों परीक्षा से पहले पेपर पढ़कर गए थे. जांच में परीक्षा पूर्व परीक्षा के पेपर का सॉल्वड प्रश्न-पत्र और उत्तरकुंजी हासिल कर होटल हाईवे च्वाईस, कोटपूतली में पढ़कर जेल प्रहरी परीक्षा-2018 को उत्तीर्ण कर जेल प्रहरी पद पर चयनित होना इन तीनों के खिलाफ प्रमाणित पाया गया है.
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