Rajasthan News: राजस्थान में जयपुर के ग्रामीण इलाके फुलेरा में उप जिला अस्पताल ने एक ऐसी चूक की है जो मरीजों की जान से खिलवाड़ है. यहां नसबंदी सर्जरी कराने आईं महिलाओं को घर लौटते वक्त एक्सपायरी हो चुकी दवाइयां थमा दी गईं. यह बात जब परिवार वालों को पता चली तो सारा इलाका गुस्से से उबल पड़ा. क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि सर्जरी के बाद मिली दवा ही जहर बन जाए तो मरीज का क्या हाल होगा. परिजनों ने तुरंत अस्पताल पहुंचकर हंगामा मचा दिया. ऐसी लापरवाही से महिलाओं की सेहत को खतरा पैदा हो गया.
अधिकारियों से की गई शिकायत
नारेबाजी के बीच उन्होंने उच्च अधिकारियों को शिकायत दर्ज कराई. इस शोर-शराबे से अस्पताल प्रशासन की नींद टूटी. जल्द ही स्टाफ ने उन महिलाओं को फोन घुमा दिए और दवाइयां वापस मंगवा लीं. नई ताजी दवाइयों से पुरानी को बदल दिया गया. इस घटना से सवाल अब भी खड़ा है कि आखिर एक्सपायरी दवाइयां अस्पताल के स्टॉक में कैसे बची रहीं.
अस्पताल ने मानी गलती, लेकिन जांच बाकी
पीएमओ डॉक्टर धर्मेंद्र भामू ने मामले को स्वीकार करते हुए कहा कि नसबंदी टीम ने भूल से पुरानी दवाइयां दे दी थीं. उन्होंने बताया कि जैसे ही गलती पकड़ी गई वैसे ही कार्रवाई शुरू हो गई. महिलाओं को फोन पर बुलाकर दवाइयां ली गईं और सही दवाइयां उपलब्ध कराई गईं. डॉक्टर भामू ने आश्वासन दिया कि आगे ऐसी भूल न हो इसके लिए सतर्कता बरती जाएगी. फिर भी परिजन संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने एसडीएम ऋषि राज कपिल को ज्ञापन सौंपा है. प्रशासन ने अब पूरी जांच के आदेश दे दिए हैं.
एसडीएम ने दिए जांच के आदेश
इस जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि स्टोर में एक्सपायरी दवाइयां कैसे चली गईं और वे मरीजों तक कैसे पहुंचीं. स्थानीय लोग कह रहे हैं कि ग्रामीण अस्पतालों में संसाधनों की कमी तो समझ में आती है लेकिन ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी. महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए.
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