
Rajasthan News: 2008 में हुए जयपुर सीरियल ब्लास्ट के 17 साल बाद एक पीड़ित परिवार के चेहरे पर खुशी लौटी है. बम ब्लास्ट में अपनी मां को खो चुकी जयपुर की अनीक्षा जायसवाल का परिवार उस समय खुशी से झूम उठा, जब सीएम भजनलाल शर्मा ने अनीक्षा को नियुक्ति पत्र सौंपा. अनीक्षा कोटा के रोजगार उत्सव और युवा सम्मेलन में नियुक्ति पत्र पाने वाले उन 7800 अभ्यर्थियों की लिस्ट में शामिल हैं. जिन्हें भजनलाल शर्मा के द्वारा सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया गया.
बम ब्लास्ट में मां की गई थी जान
जयपुर की रहने वाली अनीक्षा जायसवाल की मां की 17 साल पहले हुए सीरियल ब्लास्ट में जान चली गई थी. इसके बाद परिवार सरकार से मदद की उम्मीद लंबे समय तक संघर्ष करता रहा. सरकार से मदद मिलने की उम्मीद में अनीक्षा के परिवार वालों को कभी इस दफ्तर तो कभी उस दफ्तर के चक्कर काटना पड़ा.
अनीक्षा के पिता जसवंत जायसवाल ने बेटी को नियुक्ति मिलने पर राजस्थान सरकार का आभार व्यक्त किया है. जसवंत ने कहा कि अब हमारा परिवार सुखी चलेगा. हमारी स्थिति बहुत ही कमजोर थी और बच्चियों को पढ़ाने में भी असमर्थ था. कैसे-कैसे करके बेटियों को पढ़ाया. परिवार ने बहुत दुख झेला है.

पिता जसवंत जायसवाल के साथ अनीक्षा
नौकरी मिलने से परिवार को कुछ राहत मिलेगी. अपनी पत्नी को खोने वाले जसवंत ने बताया कि उनकी पत्नी जयपुर सीयिरल ब्लास्ट के समय जोहरी बाजार स्थित हनुमान मंदिर में प्रसाद चढ़ाने के लिए गई थी. इस दौरान ब्लास्ट हुआ और उनकी जान चली गई.
जूनियर असिस्टेंट के पद नियुक्ति
लंबे संघर्ष और लड़ाई के आखिरकार शनिवार को अनीक्षा जायसवाल को सीएम भजनलाल के हाथों नियुक्ति पत्र मिला. अनीक्षा ने नियुक्ति पत्र मिलने के बाद एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि उस घटना को पूरे 17 साल हो चुके हैं. आज जाकर हमें जस्टिस मिला है. 2022 से हम प्रयास कर रहे थे, लेकिन हमारा प्रयास सफल नहीं हो पा रहा था. जयपुर कलेक्ट्रेट में जूनियर असिस्टेंट की नौकरी मिली थी.
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