Rajasthan news: राजस्थान के जयपुर में एक ग्राम विकास अधिकारी (VDO) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. मृतक ग्राम विकास अधिकारी के परिवारवालों ने सरपंच, सरपंच के बेटे और एक महिला अधिकारी पर फर्जी भुगतान को जारी करने के लिए टॉर्चर का आरोप लगाया है. जानकारी के अनुसार, लगातार परेशान किए जाने के कारण अवसाद में आकर ग्राम विकास अधिकारी ने आत्महत्या की है. परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
फंदे पर लटके मिले VDO प्रवीण
पुलिस के मुताबिक, जयपुर के इंजीनियर्स कॉलोनी में एक युवक के फांसी लगाकर आत्महत्या के बारे में सूचना मिली. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कमरे में फांसी के फंदे पर युवक लटका मिला. पुलिस की जांच में पता चला कि वीडीयो के पद पर तैनात प्रवीण कुमावत काफी समय से डिप्रेशन में था, जिसके कारण उसने फांसी लगाकर जान दे दी.
सरपंच और खंड विकास अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप
पुलिस ने प्रवीण कुमावत के शव को कब्जे में लिया और जांच शुरू कर दी. मृतक के भाई ने एक महिला अधिकारी समेत तीन लोगों पर फर्जी भुगतान जारी करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. भाई अशोक कुमावत ने बताया कि मेरा भाई प्रवीण कुमावत अजमेर जिले के केकड़ी में कनोज ग्राम पंचायत में ग्राम विकास अधिकारी (VDO) के पद पर तैनात था.
उसको पिछले 3-4 महीने से सरपंच भागचंद्र नायक, उसका बेटा बंटी नायक और खंड विकास अधिकारी (BDO) दिशी शर्मा व कालू राम मीणा अवैध तरीके से 10-15 लाख रुपये का भुगतान जारी करने के लिए दबाव बनाने रहे थे, जिसके कारण प्रवीण मानसिक रूप परेशान था और फिर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. मृतक प्रवीण के भाई की शिकायत पर विवेक विहार थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
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