Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा चुनाव में नामांकन प्रक्रिया के तहत शनिवार को जैसलमेर विधानसभा सीट से कांग्रेस, बीजेपी व निर्दलीय उम्मीदवार ने शुभ मुहूर्त देखकर अपना-अपना नामांकन दाखिल किया. वहीं भाजपा से बागी हुए महंत बाल भारती ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया. जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. महंत के निर्दलीय चुनावी समर में उतरने के बाद निर्णायक मूल ओबीसी वोटर्स महंत के साथ हैं, तो वहीं इसका नुक्सान भाजपा और कांग्रेस दोनो को उठाना पड़ सकता है. क्योंकि महंत के कई ऐसे भक्त हैं जो परम्परागत रूप से दोनों पार्टियों से जुड़े हुए हैं.
भाजपा उम्मीदवार ने भरा पर्चा
नामांकन से पहले कांग्रेस के उम्मीदवार रूपाराम मेघवाल ने हनुमान सर्किल पर जनसभा का आयोजन किया, जहां भारी संख्या में समर्थकों का जमावड़ा लगा. उसके बाद अपने समर्थकों के साथ रूपाराम मेघवाल ने अपना नामांकन दाखिल किया. वहीं बीजेपी के उम्मीदवार छोटू सिंह भाटी ने अपना नामांकन दाखिल किया. भाटी ने नामांकन भरने के बाद अपने समर्थकों के साथ शहर में रैली निकाली और हनुमान सर्किल पर यह रैली सभा में तब्दील हो गई. इस सभा को सम्बोधित करने केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी भी जैसलमेर आए.
बीजेपी से नहीं मिला टिकट
गजरूप सागर मठ के महंत बाल भारती महाराज ने भी अपने समर्थकों के साथ निर्दलीय नामांकन दाखिल किया. गौरतलब है कि बाल भारती महाराज ने बीजेपी से टिकट की दावेदारी की थी. लेकिन बीजेपी द्वारा छोटू सिंह को टिकट देने के बाद बाल भारती के मूल ओबीसी वर्ग के समर्थकों के कहने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया और आज अपना निर्दलीय पर्चा दाखिल किया है. उनका कहना है कि 17 दिन का था तब माता पिता ने जन मानव के कल्याण के लिए गुरु जी के पास मठ में छोड़ा था. मैं जनता का हुं और उनके फैसले पर चुनाव में उतरा हुं. जैसलमेर विधानसभा सीट पर भाजपा, कांग्रेस व निर्दलीय प्रत्याशियों ने दाखिल किए नामांकन, भाजपा से बागी हुए महंत बाल भारती के नामांकन भरने से सियासत गरमाई.